इमरान सरकार में पाकिस्तान पर 70% बढ़ा कर्ज, 50 ट्रिलियन रुपए का ऋणी हुआ देश
Saturday, Nov 27, 2021 - 05:15 PM (IST)
इस्लामाबाद: प्रधानमंत्री इमरान खान के राज में पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था तबाही की कगार पर पहुंच चुकी है। हालत यह हो गई है कि पहली बार पाकिस्तान का कुल कर्ज और देनदारी 50.5 ट्रिल्यन रुपए का आंकड़ा पार कर गई है। बुधवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार केवल इमरान सरकार के काल में 20.7 ट्रिल्यन रुपए का इजाफा हुआ है।
पाकिस्तानी अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने सितंबर 2021 तक के कर्ज के आंकडे़ जारी किए हैं। वह भी तब जब एक दिन पहले ही इमरान ने माना था कि बढ़ता हुआ कर्ज 'राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा' बन गया है। इन आंकड़ों से पता चलता है कि कुल कर्ज और सार्वजनिक कर्ज की स्थिति वर्तमान इमरान खान सरकार में लगातार खराब होती जा रही है। इमरान के काल में पाकिस्तान के कर्ज में 70 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है। जून 2018 को प्रत्येक पाकिस्तानी के ऊपर 144,000 रुपये का कर्ज था जो अब सितंबर में बढ़कर 235,000 हो गया है। इस तरह से इमरान के काल में देश के प्रत्येक नागरिक पर 91 हजार रुपए का कर्ज बढ़ा है जो करीब 63 फीसदी है।
पिछली सरकारों की तरह से ही इमरान खान सरकार विदेशी और घरेलू कर्जों के नीचे दबती जा रही है। वहीं इमरान सरकार आय बढ़ाने में फेल रही है जिससे कर्ज के बोझ को घटाया नहीं जा सका है। इमरान के राज में सार्वजनिक कर्ज में 16.5 ट्रिल्यन रुपये की वृद्धि हुई है। पाकिस्तान की पीटीआई सरकार ने हर दिन सार्वजनिक कर्ज में 14 अरब रुपये की वृद्धि हुई है। यह नवाज शरीफ के कार्यकाल के समय से दोगुने से भी ज्यादा है। कर्ज के पहाड़ तले दब रहे पाकिस्तान को बचाने में इमरान बुरी तरह से फेल साबित हुए हैं।
इमरान ने खुद माना है कि पाकिस्तान पाई-पाई को तरस रहा है। इस रिपोर्ट से एक दिन पहले इमरान खान ने माा था कि उनका देश कंगाल हो गया है। इमरान ने कहा कि पाकिस्तान की सबसे बड़ी समस्या यह है कि हमारे पास पैसा नहीं है जिससे देश को चलाया जा सके। इसी वजह से पाकिस्तान को कर्जा लेना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि जिस घर में खर्च ज्यादा हो और आमदनी कम हो तो वह घर हमेशा दिक्कतों से घिरा रहेगा, कुछ यही हाल पाकिस्तान का हो गया है।