पाक का दावा, वह भारत की अनिच्छा के बावजूद शांति प्रयास रखेगा जारी

Tuesday, Sep 25, 2018 - 11:00 AM (IST)

इंटरनैशनल डेस्कः पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा है कि पाकिस्तान के साथ बातचीत की भारत की अनिच्छा के बावजूद इस्लामाबाद क्षेत्र में शांति को बढ़ावा देने के अपने प्रयास नहीं रोकेगा। कुरैशी ने यह बयान नई दिल्ली द्वारा न्यूयॉर्क में विदेशमंत्री स्तरीय बातचीत रद्द करने के कुछ दिन बाद दिया है। वाशिंगटन में पाकिस्तानी दूतावास में रविवार को संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कुरैशी ने कहा कि भारत सितम्बर में जिस शांति वार्ता के लिए सहमत हुआ था उसे रद्द करने के लिए जुलाई में हुई घटनाओं का इस्तेमाल किया।

भारत ने शुक्रवार को जम्मू कश्मीर में तीन पुलिसकर्मियों की ‘बर्बर’ हत्याओं तथा कश्मीरी आतंकवादी बुरहान वानी का ‘महिमामंडन’ करने वाले डाक टिकट जारी करने के आधार पर न्यूयार्क में इस महीने संयुक्त राष्ट्र महासभा के इतर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और उनके पाकिस्तानी समकक्ष कुरैशी के बीच बैठक रद्द कर दी थी। कुरैशी ने कहा, ‘भारत अनिच्छुक है, हमने अपने दरवाजे बंद नहीं करेंगे।’ ‘डॉन’ अखबार ने उनके हवाले से कहा, ‘मुद्दों को नजरअंदाज करना उन्हें खत्म करना नहीं होता। इससे कश्मीर की स्थिति में सुधार नहीं होगा।’
कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान के शांति प्रस्ताव पर भारत की प्रतिक्रिया कठोर और गैर राजनयिक थी।

उन्होंने कहा, ‘हमने अपने प्रत्युतर में गैर राजनयिक भाषा का इस्तेमाल नहीं किया। हमारा जवाब परिपक्व तथा नपा-तुला था। उन्होंने नया रुख अपनाया और पलट गये।’ विदेश मंत्री ने आरोप लगाया कि स्वराज की ‘भाषा और सुर विदेश मंत्री जैसे पद को शोभा नहीं देता।’ यह पूछे जाने पर कि क्या भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव दोनों देशों के बीच युद्ध का कारण बन सकता है, कुरैशी ने कहा, ‘युद्ध की बात कौन कर रहा है? हम तो नहीं। हम शांति, स्थिरता, रोजगार और बेहतर जीवन चाहते हैं।’ कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान की शांति की इच्छा को भूलवश कमजोरी का संकेत नहीं मानना चाहिए।

Isha

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