लुटेरा होने के शक में भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला शख्स, पुलिस जांच हुई तो निकला बेकसूर

Wednesday, Jul 06, 2022 - 05:20 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः पाकिस्तान के जिस व्यक्ति की पिछले सप्ताह कराची में लुटेरा होने के संदेह में भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी, वह बेकसूर था और निजी विवाद के चलते उसके पड़ोसियों ने उसे जानबूझ कर फंसाया था। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। घटना के चलते मृतक के परिजनों और कस्बा कॉलोनी में उसके आस-पड़ोस के लोगों ने उसकी अंत्येष्टि के दौरान हिंसक विरोध प्रदर्शन किया था, जिसमें दो लोग मारे गए थे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, मारूफ उस्मान ने कहा कि एक समिति द्वारा जांच के बाद यह पाया गया कि भीड़ द्वारा पीट-पीट कर मार डाला गया व्यक्ति लुटेरा नहीं था और स्नूकर क्लब में विवाद होने के बाद उसके तीन पड़ोसियों ने उसे फंसाया था।

 

उन्होंने कहा, “वह निर्दोष था और व्यक्तिगत विवाद के कारण उसे जानबूझकर उसके पड़ोसियों द्वारा लूटपाट के लिए फंसाया गया था। उन्होंने यह भी कहा कि लूट की कोई घटना नहीं हुई थी।” पाकिस्तान के सबसे बड़े शहर में संदिग्ध लुटेरों और अपराधियों को पीट-पीट कर मार डालने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, क्योंकि सड़क पर होने वाले अपराधों और लूटपाट से तंग आ चुके लोग कानून अपने हाथ में लेने को प्राथमिकता दे रहे हैं। मारूफ ने बताया कि इस घटना में उस व्यक्ति का अपने पड़ोस के एक स्नूकर क्लब में अपने तीन पड़ोसियों के साथ विवाद हो गया था।

 

उन्होंने बताया, ‘‘ उनके बीच हाथापाई होने के बाद, संदिग्ध व्यक्ति भागने लगे और शोर मचाना शुरू कर दिया कि लुटेरे उनका पीछा कर रहे हैं। इसके बाद, भीड़ जमा हो गई और पीछा करने वाले व्यक्तियों की पिटाई की, जिनमें से एक की बाद में अस्पताल में मौत हो गई। जबकि उसका एक दोस्त बुरी तरह घायल हो गया और एक अन्य को पुलिस ने बचा लिया। मारूफ ने कहा, “पुलिस द्वारा की गयी पूरी जांच में यह पता चला कि वह व्यक्ति (मृतक) निर्दोष था।” मारूफ ने कहा कि उन्होंने इलाके के बुजुर्गों की मदद से सच्चाई का पता लगाया। उन्होंने खेद व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह की दुखद घटनाएं समाज में असहिष्णुता और भीड़ की मानसिकता के स्तर को दर्शाती हैं।  

Tanuja

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