मस्जिद में गैस छोड़नी पड़ी महंगी, पाकिस्तानी जज ने सुनाई सजा-ए-मौत

Monday, Jul 10, 2017 - 11:34 AM (IST)

इस्लामाबाद: पाकिस्तान में एक अजीबोगरीब मामला देखने को मिला। दरअसल यहां एक शख्स को रमजान के महीने में मस्जिद में पादना महंगा पड़ गया। इस शख्स के पादने का मामला जब अदालत पहुंचा, तो जज ने भी तुरंत इस शख्स को सजा-ए-मौत सुना दी। पाकिस्‍तान के अखबार इस्‍लामाबाद हेराल्‍ड में इस बात की जानकारी दी गई है। 

मस्जिद में पादने पर सज़ा-ए-मौत
इस्लामाबाद हेराल्ड में छपी खबर के मुताबिक पाकिस्तानी जज ने मुहम्मद अल वहाबी(33) नाम के एक शख्स को रमजान के पाक महीने में मस्जिद में पादने के लिए दोषी पाए जाने पर मौत की सजा सुनाई है। अल वहाबी पर आरोप है, कि उसने पाकिस्तान की 6 अलग-अलग मस्जिदों से 17 बार Farting की। जिसके बाद उसे मस्जिद से बाहर कर दिया गया। फैसला सुनाते समय जज ने कहा कि रमजान मुसलमानों के लिए पाक महीना है, और इस दौरान मस्जिद में  इस शख्स का अपनी हरकत की वजह से नमाज के दौरान एक बार में 53 लोगों का मस्जिद छोड़ने के लिए मजबूर करना बड़ा गुनाह है। और इसके लिए इसे अल्लाह की मर्जी के मुताबिक ईशनिंदा कानून के तहत सजा मिलनी ही चाहिए।

जज ने दोषी को अपनी सजा चुनने का अधिकार दिया
मुहम्मद अल वहाबी ने अपनी दलील में अदालत में कहा कि वो एक रेयर बीमारी chronic flatulence से पीडित हैं। उसकी इस दलील को पेश करने के लिए पाकिस्तान का कोई भी वकील तैयार नहीं हुआ। हालांकि जज ने दोषी को अपनी सजा चुनने का अधिकार दिया है, कि वो गला कटकर मरना चाहेगा या फिर भीड़ के हाथों पत्थरों को खाकर। अल वहाबी ने कोर्ट में खुदा और अपने धर्म को अपवित्र करने के लिए लोगों और जज से माफी भी मांगी और कोर्ट के फैसले पर धन्यवाद देते हुए उसकी दो बीवियों और सात बच्चों को बख्श देने की अपील की।

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