पाकिस्तान को मित्र देशों ने नहीं दी भीख, अब IMF से मांगेगा मदद

Tuesday, Oct 09, 2018 - 06:58 PM (IST)

इस्लामाबाद: नकदी संकट से जूझ रहा पाकिस्तान लंबित भुगतान के संकट से पार पाने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) से 6-7 अरब डॉलर की मदद मांग सकता है। पाकिस्तान ने मित्र राष्ट्रों द्वारा मदद से मना किए जाने के बाद मजूबर होकर यह निर्णय किया है। पाकिस्तान के वित्त मंत्री ने यह जानकारी दी है। पाकिस्तान के वित्त मंत्री असद उमर ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान ने आईएमएफ से मदद मांगने को सहमति दे दी है।

उमर ने रिकॉर्ड किए गए एक वीडियो संदेश में कहा, ‘मौजूदा हालात को देखते हुए तथा शीर्ष अर्थशास्त्रियों से परामर्श के बाद सरकार ने आईएमएफ से राहत पैकेज के लिए संपर्क करने का निर्णय किया है।’ जियो न्यूज की खबर के अनुसार, पाकिस्तान आईएमएफ से 6-7 अरब डॉलर की मदद मांग सकता है। एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने लिखा है कि सरकार ने यह निर्णय तब लिया है जब मित्र राष्ट्रों ने मदद से इंकार कर दिया, वह भी तब जब इमरान खुद ‘भीख का कटोरा’ लेकर सऊदी अरब जा चुके हैं।

सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान को चालू खाता घाटा से निपटने के लिए तत्काल नौ अरब डॉलर की जरूरत है। स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के एक हालिया आकलन के अनुसार पाकिस्तान को चालू वित्त वर्ष में बाहरी कर्ज की देनदारियों के भुगतान के लिए 11.7 अरब डॉलर की जरूरत है।

उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान को 1980 के बाद से अब तक 12 बार राहत पैकेज की जरूरत पड़ चुकी है। सबसे अंतिम पैकेज सितंबर 2013 में आईएमएफ ने 6.6 अरब डॉलर के ऋण के जरिए दिया था। इस बीच, एएफपी की एक खबर के मुताबिक आईएमएफ ने कहा है कि पाकिस्तान ने फिलहाल राहत पैकेज के लिए उससे संपर्क नहीं किया है। 

shukdev

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