भारत के उपग्रह प्रक्षेपण से बौखलाया पाक,लगाए गंभीर आरोप

Thursday, Jan 11, 2018 - 09:02 PM (IST)

इस्लामाबाद : पाकिस्तान ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि भारत द्वारा तीन कार्टासैट-2 श्रृंखला के अर्थ आब्जर्वेशन उपग्रहों को अंतरिक्ष भेजे जाने की योजना का मकसद सैन्य इस्तेमाल है और सभी अंतरिक्ष प्रौद्योगिकियां दोहरे इस्तेमाल की क्षमता से युक्त हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डा़ मोहम्मद फैजल ने साप्ताहिक प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि भारत को अंतरिक्ष तकनीक के सैन्य इस्तेमाल से बचना चाहिए और अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो इससे इस क्षेत्र में सत्ता का संतुलन बिगड़ सकता है।

उन्होंने कहा सभी देशों को अंतरिक्ष तकनीक के शांतिपूर्ण इस्तेमाल का वैधानिक हक है लेकिन इनके दोहरे इस्तेमाल की प्रकृति के मद्देनजर यह आवश्यक है कि ऐसे प्रयासों से सैन्य क्षमताओं में अस्थिरता न व्याप्त हो, जो क्षेत्रीय सामरिक स्थिति पर नकारात्मक असर डाल सकती हैं।

गौरतलब है कि भारतीय अंतरिक्ष अनुंसधान संगठन (इसरो) शुक्रवार को आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा से 31 उपग्रहों को प्रक्षेपित करेगा जिनमें 28 उपग्रह कनाडा,फिनलैंड, फ्रांस, दक्षिण कोरिया ,बिटेन और अमरीका के हैं। भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के हालिया बयान कि भारत संयुक्त राष्ट्र में हिन्दी के आधिकारिक इस्तेमाल का प्रयास कर रहा है,पर प्रतिक्रिया करते हुए उन्होंने कहा कि यह कोई नया प्रस्ताव नहीं है और अन्य भाषाओं को शामिल करने के ऐसे प्रस्ताव पहले भी दिए जा चुके हैं।

उन्होंने कहा हम मानते है कि इस प्रस्ताव को लेकर संयुक्त राष्ट्र अथवा संबंधित देश के भीतर भी कोई सर्वसम्मति नहीे है । विदेश मामलों की संसद की स्थाई समिति द्वारा सरकार से पाकिस्तान से बातचीत करने का आग्रह किए जाने के बारे में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा हम भारत के साथ सभी मसलों पर बातचीत के लिए तैयार हैं और आतंकवाद पर भी बातचीत करने को राजी हैं क्योंकि यह एक वैश्विक समस्या है जिस पर सभी देशों को मिलकर कड़े कदम उठाने होंगें। मगर जब भारत ही पाकिस्तान के साथ बातचीत को राजी नहीं है तो इस मामले में ज्यादा कुछ नहीं किया जा सकता है।

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