पाकिस्तान में व्यापारियों के लिए फीकी रही ईद, 75 साल के इतिहास में वर्ष 2024 को बताया "सबसे निराशाजनक"

Sunday, Apr 14, 2024 - 04:27 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क:आर्थिक चुनौतियों से जूझ रहे पाकिस्तान में  व्यापारियों के लिए इस बार ईद  फीकी रही। कराची में व्यापारियों ने 2024 ईद-उल-फितर सीजन को शहर के 75 साल के इतिहास में सबसे निराशाजनक वर्ष करार दिया है और इसके लिए बढ़ती महंगाई को जिम्मेदार ठहराया है। एआरवाई न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, उनके कारोबार में उल्लेखनीय गिरावट आई है। ऑल कराची ताजिर इत्तेहाद (AKTI) के अध्यक्ष अतीक मीर ने कहा कि बाजार में हलचल भरी गतिविधियों के बावजूद खरीदारी का स्तर अनुमान से महज 40 फीसदी तक ही सीमित रहा।

 

ऑल कराची ताजिर इत्तेहाद (AKTI) कराची का सबसे बड़ा और सबसे प्रमुख व्यापार संघ है।  एआरवाई न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, अतीक मीर ने आगे कहा कि ईद-उल-फितर सीजन 2024 व्यापारियों के लिए पिछले वर्ष की तुलना में अधिक 'निराशाजनक' रहा। अतीक मीर ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कराची, देश का सबसे बड़ा शहर होने के नाते, उत्सव के अवसरों के लिए नए कपड़े खरीदने में लाखों लोगों को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ा। ऑल कराची ताजिर इत्तेहाद के अध्यक्ष ने खुलासा किया कि शहर के व्यापारी 15 से 18 अरब रुपए   का कारोबार करने में सक्षम थे, जो पिछले साल के 20 अरब रुपये से अधिक के कारोबार से महत्वपूर्ण कमी को दर्शाता है।

 

अतीक मीर ने कहा, "गोदामों में ईद-उल-फितर पर बिक्री के लिए 70 प्रतिशत स्टॉक जमा होने की सूचना है।" उन्होंने कहा कि 90 फीसदी खरीदार सस्ते सामान खरीदने में रुचि रखते हैं। अतीक मीर ने कहा कि बढ़ती महंगाई दर से खरीदारों की क्रय शक्ति बुरी तरह प्रभावित हुई है, जिससे बिक्री में उल्लेखनीय गिरावट आई है।अतीक मीर ने कहा कि लगातार महंगाई ने लोगों की खुशियों पर असर डाला है, जिससे त्योहारी सीजन पर असर पड़ रहा है। कराची में बड़े और छोटे दोनों बाजार व्यापार में अपेक्षित वृद्धि की उम्मीद में खरीदारों का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे । इन आर्थिक कठिनाइयों के परिणामस्वरूप, व्यवसायियों को अपने व्यवसाय और घरेलू खर्चों को पूरा करना मुश्किल हो रहा है।

Tanuja

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