पाक वकील ने कत्ल के 42 आरोपियों को बरी होने के लिए दिया ये लालच

Thursday, Mar 30, 2017 - 04:22 PM (IST)

इस्लामाबादः पाकिस्तान में एक सरकारी वकील पर आरोप लगा है कि उसने कत्ल के  42 आरोपियों को बरी होने के लिए इस्लाम अपनाने का लालच दिया। ये सभी आरोपी क्रिस्चियन कम्युनिटी से हैं और आरोप है कि इन्होंने दो साल पहले कथित तौर पर दो मुस्लिमों की हत्या की थी।  न्यूज एजैंसी ने पाकिस्तान के अखबार ‘द ट्रिब्यून’ के हवाले से यह खबर दी है। 

रिपोर्ट के मुताबिक, 15 मार्च 2015 को लाहौर के ईसाई बहुल इलाके योहानाबाद के 2 चर्चों पर फिदायीन हमले के बाद हिंसा हुई। इसमें 2 मुस्लिम मारे गए।  मर्डर के आरोप में 42 क्रिश्चियन्स को गिरफ्तार किया गया। खास बात ये है कि इन लोगों पर ब्लास्ट का आरोप भी दर्ज किया गया।  आरोपियों की मदद के लिए जोसेफ फ्रेंसी नाम के एक सोशल एक्टिविस्ट सामने आए। जोसेफ ही इन आरोपियों की पैरवी भी कर रहे हैं।

फ्रेंसी का आरोप है कि लाहौर के डिप्टी डिस्ट्रिक्ट पब्लिक प्रॉसीक्यूटर सैयद अनीस शाह ने आरोपियों के सामने बरी होने के लिए एक शर्त रखी। अनीस ने आरोपियों से कहा कि अगर वो इस मामले में बरी होना चाहते हैं तो ईसाई धर्म छोड़कर इस्लाम अपना लें। सभी आरोपी अनीस की बात सुनकर हैरान रह गए।  इसी मामले से जुड़े एक और वकील नसीब अंजुम ने कहा- अनीस ने ये हरकत पहली बार नहीं की।

छह महीने पहले भी उसने किसी आरोपी को यही ऑफर दिया था। हम चाहते हैं कि कोर्ट में तो कम से कम आजादी हासिल हो। लेकिन यहां भी ब्लैकमेल किया जा रहा है।
अंजुम ने कहा- सरकार इस तरह के लोगों को फौरन बाहर करे क्योंकि इससे मुल्क की बेइज्जती होती है।  उधर,अनीस ने सफाई में कहा कि उसने आरोपियों से इस्लाम कबूल करने को नहीं कहा था।  बता दें कि पाकिस्तान में माइनोरिटीज पर हमलों के कई मामले अकसर सामने आते हैं। ह्यूमन राइट्स कमीशन भी इस मसले पर पाकिस्तान को फटकार लगा चुका है।

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