भारत को बदनाम कर रहा पाकिस्तानी पत्रकार असद खराल, शेयर किया फेक वीडियो

Tuesday, Jun 14, 2022 - 04:49 PM (IST)

इस्लामाबाद: पाकिस्तान का एक पत्रकार असद खराल  भारत को बदनाम करने में बड़ी भूमिका निभा रहा है। यह खुलासा डिजिटल फोरेंसिक रिसर्च एंड एनालिसिस सेंटर (DFRAC) द्वारा एक तथ्य जांच में हुआ है। DFRAC की जांच में  पता चला कि  पत्रकार असद भारत के खिलाफ फर्जी प्रचार और भ्रामक खबरें फैला रहे हैं। खराल अपने एजेंडे को पूरा करने और भारत को बदनाम करने के लिए डिजिटल माध्यम ट्विटर का उपयोग कर रहे हैं। खराल ने 'हिंदू आतंकवादियों' को जिम्मेदार ठहराते हुए माब लिंचिंग का एक कथित वीडियो साझा किया।

 

इसके अलावा उन्होंने अपनी पोस्ट को कैप्शन दिया, 'भारत में चरमपंथी हिंदू आतंकवादियों का एक और अमानवीय कृत्य। अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों और तथाकथित मानवाधिकार कार्यकर्ताओं द्वारा इन अत्याचारों का पर चुप्पी साध ली गई है।' उनके ट्वीट को तीन हजार से ज्यादा बार रीट्वीट किया गया। इसी तरह, एक अन्य सोशल मीडिया अकाउंट, जिसने अपना स्थान कुवैत दिखाया है, इसी तरह के दावे के साथ एक वीडियो साझा किया।

 

इसी तरह, कई अन्य सोशल मीडिया यूजर्स ने इस वीडियो को 'हिंदू आतंकवादियों' को लक्षित करते हुए और भारत की आंतरिक शांति को भंग करने के लिए घटना को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश करते हुए साझा किया है। हालांकि, वीडियो के विभिन्न फ़्रेमों पर InVID टूल का उपयोग करते हुए DFRAC ने पाया कि वास्तव में, यह एक पुराना वीडियो है। घटना मध्य प्रदेश में बच्चा चोरी की अफवाह से जुड़ी है, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई। मारे गए व्यक्ति की पहचान गणेश के रूप में हुई है। घटना कहीं भी किसी सांप्रदायिक मुद्दे से संबंधित नहीं थी।

 

मामला पैसों के विवाद का था। इसके अलावा, पुलिस ने भी आरोपी लोगों की जांच की थी। इसलिए सोशल मीडिया यूजर्स के दावे फर्जी होने के साथ-साथ निंदनीय भी हैं।  बता दें कि एक टीवी डिबेट के दौरान निलंबित बीजेपी नेता नुपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर की गई टिप्पणी के बाद पाकिस्तान एक बार फिर भारत को बदनाम करने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहा है। पाकिस्तान के डिजिटल माध्यम और यूजर्स के मन में कई तरह की बेबुनियाद और भ्रामक खबरें चल रही हैं और कई फेक न्यूज भी शेयर की हैं।

Tanuja

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