जज का आरोप-नवाज को जेल में रखने का दबाव बना रही ISI

Sunday, Jul 22, 2018 - 05:24 PM (IST)

लाहौरः रावलपिंडी बार एसोसिएशन में अपने संबोधन के दौरान इस्लामाबाद हाई कोर्ट के जज शौकत सिद्दीकी ने न्यायपालिका और मीडिया को नियंत्रित करने की कोशिशों को लेकर खुले तौर पर इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) पर हमला बोलते हुए कहा कि  ISI चीफ जस्टिस और अन्य जजों पर ऐसे फैसले सुनाने को लेकर दबाव बना रही है जिससे एजेंसी को फायदा हो। इनमें अयोग्य करार दिए गए पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का मामला भी शामिल है। ISI नहीं चाहती कि 25 जुलाई को होनेवाले आम चुनाव से पहले नवाज शरीफ जेल से बाहर आएं। 

उन्होंने कहा कि आज न्यायपालिका और मीडिया  सेना  के नियंत्रण में हैं। न्यायपालिका स्वतंत्र नहीं है। यहां तक कि मीडिया को भी सेना से निर्देश मिल रहे हैं। मीडिया सच नहीं बोल रहा है क्योंकि वह दबाव में है और उसके अपने हित हैं। उन्होंने कहा कि अलग अलग मामलों में  ISI मनचाहे परिणाम हासिल करने के लिए अपनी पसंद की पीठें गठित कराती है। जस्टिस शौकत सिद्दीकी ने कहा कि  ISI ने चीफ जस्टिस से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि नवाज शरीफ और उनकी बेटी मरियम नवाज 25 जुलाई को होने वाले चुनाव से पहले जेल से बाहर नहीं आएं।

इतना ही नहीं यह भी कहा गया है कि एवेनफील्ड मामले में नवाज शरीफ और उनकी बेटी की अपील की सुनवाई कर रही पीठ में उसे शामिल न करें। मुख्य न्यायाधीश ने  ISI से कहा कि वह उसकी पसंद की पीठ बनाएंगे । पीठ ने शरीफ परिवार के सदस्यों की अपील पर सुनवाई चुनाव से बाद करना तय किया। शरीफ और मरियम दोनों एवेनफील्ड भ्रष्टाचार मामले में रावलपिंडी स्थित अदियाला जेल में क्रमश: 10 साल और 7 साल की सजा काट रहे हैं। दोनों को 13 जुलाई को लंदन से पाकिस्तान पहुंचने पर गिरफ्तार कर लिया गया था। दोनों को एक जवाबदेही अदालत ने ब्रिटेन की राजधानी लंदन में परिवार के 4 फ्लैटों के स्वामित्व को लेकर दोषी पाया था। 

Tanuja

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