पाक चुनाव: नवाज के बाद मुशर्रफ, अब्बासी को झटका, इमरान को जीवनदान

Wednesday, Jun 20, 2018 - 04:03 PM (IST)

नेशनल डेस्क ( संजीव शर्मा): पाकिस्तान की नेशनल असेम्ब्ली के अगले महीने होने वाले चुनाव दिलचस्प होते जा रहे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर पनामागेट के चलते पहले ही चुनाव लडऩे पर प्रतिबंध है। नवाज शरीफ न चुनाव लड़ सकते हैं न ही अपनी पार्टी के अध्यक्ष हो सकते हैं।  उनपर आजीवन प्रतिबंध है। उनके बाद इसी फेरहिस्त में अब पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ और पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद अब्बासी का नाम भी जुड़ गया है। इन दोनों के नामांकन रद्द कर दिए गए हैं। पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ खैबर पख्तूनवा के चित्राल से चुनाव लडऩा चाहते थे। हालांकि उन्हें नामांकन दायर करने की कोर्ट से अनुमति मिली थी लेकिन इसके बावजूद चुनाव अधिकारी ने उनका नामांकन रद कर दिया।

दरअसल 2013 में पेशावर हाईकोर्ट द्वारा चुनाव लडऩे पर लगाए गए आजीवन प्रतिबंध के खिलाफ मुशर्रफ ने सुप्रीम कोर्ट ने एक याचिका दाखिल की थी। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें नामांकन दाखिल करने की छूट तो दे दी थी लेकिन यह शर्त रख दी थी कि उन्हें 13 जून को कोर्ट में पेश होना होगा। जब वे खुद पेश नहीं हो पाए तो पिछले हफ्ते सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व तानाशाह को सशर्त दी गई इजाजत वापस ले ली। इसके साथ ही कोर्ट ने मामले की सुनवाई को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया। इसी को आधार बनाकर उनका नामांकन रद कर दिया गया। हालांकि अभी उनके कराची से किये गए नामांकन पर कोई फैसला नहीं हुआ है। अगर वह भी रद हो गया तो मुशर्रफ की नेशनल असेम्ब्ली में पहुंचने की हसरत उनके दिल में ही रह जाएगी। उधर शाहिद अब्बासी का भी इस्लामाबाद की नेशनल असेम्ब्ली सीट नंबर 53  से नामांकन रद हो गया है। यही नहीं उनके कवरिंग कैंडिडेट सरदार महताब का नामांकन भी रद हो गया है। नामांकन रद होने की वजह  शपथपत्रों का अधूरा होना बताया गया है। खासकर दोनों ने अपनी आय का सही ब्यौरा नहीं दिया था।  

इमरान को जीवनदान 
पाकिस्तान निर्वाचन आयोग ने तहरीक-ए -इंसाफ पार्टी के सुप्रीमो इमरान खान का नेशनल असेम्ब्ली 53 से  परचा भी  रद कर दिया  है।कारण इसका अधूरा भरा जाना बताया गया है। हालांकि इमरान ने इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है जिसपर फैसला सुरक्षित कर लिया गया है। इमरान खान  नेशनल असेम्ब्ली 53 के साथ साथ लाहौर-131 और नेशनल असेम्ब्ली 243 से भी चुनाव लड़ रहे हैं। खबर है कि लाहौर की सीट नंबर 131 से उनका परचा स्वीकार कर लिया गया है।  उनपर पूर्व पत्नी सीता व्हाइट और उनसे बेटी को लेकर कुछ ऐतराज उठाये गए थे। लेकिन रिटर्निंग अफसर अख्तर भंगू ने उनका नामांकन स्वीकार कर लिया है। तीसरी जगह से उनके नामांकन को लेकर अभी फैसले का इंतजार है।  

क्या है पाकिस्तान की तस्वीर 
पाकिस्तान नेशनल असेम्ब्ली में 342  सीटें हैं। इनमे से 272  सीटें सभी के लिए ओपन हैं जबकि 70  सीटें महिलाओं के लिए रिजर्व हैं। बहुमत का आंकड़ा 172   है। फिलवक्त सत्ताधारी मुस्लिम लीग नवाज के पास 178 सीटें थीं जबकि 21 अन्य सांसदों का उसे समर्थन हासिल था। भुट्टो की पार्टी पीपीपी को पिछले चुनाव में 46 सीटें मिली थीं जबकि इमरान खान की तहरीक-ए -इंसाफ को 34 सीटें मिली थीं। समूचे विपक्ष के पास 131 सांसद थे।  
 

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