Covid Effect: चीन में लोगों के साथ जानवरों जैसा व्यवहार, नेगेटिव लोग जबरन किए क्वारंटीन

Monday, May 23, 2022 - 11:06 AM (IST)

बीजिंग: चीन की जीरो कोविड नीति को लेकर सनक इस कद्र बढ़ गई है कि  राजधानी बीजिंग में कोरोना को फैलने से रोकने के लिए लोगों के साथ जानवरों जैसा व्यवहार किया जा रहा है। चीन ने बीजिंग में कोविड-19 के मामलों में एक बार फिर वृद्धि होने के मद्देनजर कर्मचारियों और छात्रों के लिए घर पर रहने के आदेश की अवधि बढ़ा दी है तथा सोमवार को व्यापक पैमाने पर अतिरिक्त जांच के आदेश दिए हैं।

चीनी राजधानी में कई रिहायशी इलाकों में लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। हालांकि, शहर में हालात शंघाई से कहीं बेहतर हैं, जहां दो महीने से लॉकडाउन लगा हुआ है। बीजिंग में रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 99 मामले दर्ज किए गए, जो एक दिन पहले आए 50 मामलों से अधिक है। कुल मिलाकर चीन में बीते 24 घंटों में कोरोना वायरस के 802 नए मरीज मिले।

 

संक्रमण का प्रसार रोकने के लिए सरकार ने पृथकवास के सख्त नियम लागू किए हैं, लॉकडाउन लगाया है और जांच तेज कर दी है। अगर किसी इलाके में कोविड संक्रमित कुछ लोग भी पाए जाते हैं तो वहां रहने वाले सभी लोगों को जबरन शहर से दूर क्वारंटीन सेंटर में भेजा जा रहा है। अगर इन लोगों की कोविड रिपोर्ट नेगेटिव भी है तो भी इन लोगों को भेड़-बकरियों की तरह गाड़ी में डालकर क्वारंटीन सेंटर भेजा जा रहा है। गौरतलब है कि चीन के शहर शंघाई में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।

वहीं दूसरी तरफ बीजिंग में कोरोना संक्रमण नियंत्रित से बाहर होता जा रहा है। चीन में ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामले सबसे ज्यादा देखने को मिल रहे हैं। यही वजह है कि शहर में मौजूद रेस्टोरेंट, स्कूल और पर्यटन स्थलों को बंद कर दिया गया है। हाल ही में बीजिंग के दक्षिण पूर्वी इलाके में 26 कोरोना के मरीज मिले थे जिसके बाद वहां रहने वाले 13 हजार लोगों को जबरन क्वारंटीन सेंटर भेज दिया गया था।

 

चाओयांग जिले के अधिकारियों के मुताबिक ये सभी लोग सात दिनों तक क्वारेंटाइन सेंटर में रहेंगे। प्रशासन लोगों से सहयोग करने की अपील कर रहा है और ऐसा ना करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। सोशल मीडिया में जारी तस्वीरों में अंधेरी बिल्डिंग के सामने सैंकड़ो लोग लाइन में खड़े नजर आ रहे हैं।  क्वारंटीन सेंटर में बंद एक शख्स ने सोशल मीडिया पर लिखा कि कई लोगों को कोविड रिपोर्ट नेगेटिव आने के बावजूद 28 अप्रैल से इन क्वारेंटाइन सेंटर में बंद रखा गया है।

उन्होंने लिखा कि इन अंधेरे कमरों में बंद लोगों में कई बुजुर्ग और बच्चे भी शामिल हैं। वीबो पर साझा किए गए स्क्रीनशॉट के अनुसार, सोसाइटी में रहने वाले लोगों को अपने कपड़े और आवश्यक सामान पैक करने के लिए कहा और उन्हें गाड़ी में डालकर भेज दिया गया। इस बीच उनके घरों को सेनेटाइज किया गया।

Tanuja

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