ओमीक्रोन: दक्षिण अफ्रीका ने बूस्टर टीके व US ने ‘एस्ट्राजेनेका'' की एंटीबॉडी दवा को दी मंजूरी

Thursday, Dec 09, 2021 - 01:33 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः दक्षिण अफ्रीका ने कोविड-19 के मामलों में तेज बढ़ोतरी के बीच जहां 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को फाइजर के कोविड-19 रोधी टीके की बूस्टर खुराक दिए जाने को मंजूरी मिल गई है वहीं अमेरिका ने ‘एस्ट्राजेनेका' की एंटीबॉडी दवा को मंजूरी  दे  दी है। दक्षिण अफ्रीका में पिछले 24 घंटे में संक्रमण के करीब 20,000 मामले सामने आए हैं जिनमें अधिकतर मामले वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन से संक्रमण के हैं। दवा कंपनी बायोएनटेक और फाइजर ने घोषणा की थी कि ओमीक्रोन स्वरूप के खिलाफ उनके टीके की दो खुराक संभवत: पर्याप्त नहीं हैं, जिसके बाद दक्षिण अफ्रीका स्वास्थ्य उत्पाद प्राधिकरण (SAHPRA) ने बुधवार को फाइजर के कॉमिरनेटी कोविड-19 रोधी टीके के इस्तेमाल की मंजूरी दी।

 

SAHPRA ने कहा कि 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को टीके की दूसरी खुराक लेने के कम से कम छह महीने बाद या कमजोर प्रतिरक्षा वाले 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों को टीके की दूसरी खुराक लेने के 28 दिन बाद तीसरी खुराक दी जा सकती है। एसएएचपीआरए का यह फैसला दक्षिण अफ्रीका में पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 19,842 नए मामले आने के बाद आया है। दक्षिण अफ्रीका में संक्रमण से 36 लोगों और की मौत होने से मृतक संख्या भी 90,000 के पार पहुंच गई है। संक्रमण के इन मामलों में से 60 प्रतिशत से अधिक मामले देश के आर्थिक केंद्र गौतेंग प्रांत से हैं। संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच अधिक कड़ा लॉकडाउन लगाए जाने की अटकलें तेज हो गई हैं। दक्षिण अफ्रीका में इस समय कम पाबंदियों के साथ लॉकडाउन का पहला स्तर लागू किया गया है।

 
 उधर, अमेरिका के संघीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं या एलर्जी से पीड़ित उन लोगों के लिए कोविड-19 के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता बनाने वाली एक दवा को बुधवार को मंजूरी दी, जिन्हें टीकाकरण से पर्याप्त सुरक्षा नहीं मिल सकती है। कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए प्रतिरोधक क्षमता निर्मित करना पिछले एक साल से इसका एक मानक उपचार रहा है। हालांकि, खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) द्वारा जिस ‘एस्ट्राजेनेका' की एंटीबॉडी (प्रतिरोधक क्षमता बनाने वाली) दवा को बुधवार को मंजूरी दी गई है, वह अलग है। यह पहली ऐसी दवा है, जो संक्रमण के खिलाफ दीर्घकालिक सुरक्षा प्रदान करेगी । कैंसर रोगी, अंग प्रत्यारोपण कराने वाले, गठिया जैसी बीमारियों से परेशान लोग इस दवा को ले सकते हैं।

 

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने अनुमान जताया है कि अमेरिका की आबादी का दो से तीन प्रतिशत हिस्सा इस दायरे में आता है। घोषणा से पहले मिनेसोटा विश्वविद्यालय के डॉ. डेविड बौलवेयर ने कहा, ‘‘ ये लोग अब भी बाहर नहीं निकल पा रहे हैं क्योंकि उनके संक्रमण की चपेट में आने या उससे मौत होने का खतरा इन्हें अधिक है। '' उन्होंने कहा कि इस दवा से इनमें से कई लोग एक बार फिर अपनी सामान्य दिनचर्या में लौट पाएंगे। एफडीए ने ‘एस्ट्राजेनेका' की जिस एंटीबॉडी दवा को मंजूरी दी है, उसका नाम ‘एवुशेल्ड' है। यह दवा उन व्यस्क और 12 या उससे अधिक आयु के बच्चों के लिए है, जिनके कोविड-19 रोधी टीके लेने के बाद भी उनके शरीर में पर्याप्त प्रतिरोधक क्षमता नहीं बन पाई है, या जिन्हें टीके लेने से गंभीर एलर्जी हो जाती है। 

Tanuja

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