Ukraine-Russia War: किसी भी वक्त यूक्रेन पर हो सकता है परमाणु हमला, व्लादिमीर पुतिन ने अपने दस्ते को किया अलर्ट

Sunday, Feb 27, 2022 - 09:07 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: यूक्रेन पर हमले के बाद पश्चिमी देशों के साथ तनाव बढ़ने के कारण रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने देश के परमाणु रोधी बलों को ‘अलर्ट' पर रहने का आदेश दिया है। शीर्ष अधिकारियों के साथ हुई एक बैठक में पुतिन ने रविवार इस पर जोर दिया कि नाटो के प्रमुख सदस्य देशों ने ‘‘आक्रामक बयान'' दिए हैं और पश्चिमी देशों ने उन पर (पुतिन) तथा रूस के विरुद्ध कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं। पुतिन ने रूस के रक्षा मंत्री और ‘मिलिट्री जनरल स्टाफ' के प्रमुख को आदेश दिया कि परमाणु रोधी बलों को ‘‘युद्ध संबंधी दायित्व के लिए तैयार रखा जाए।''   

कई हवाई अड्डों, ईंधन केंद्रों तथा अन्य प्रतिष्ठानों पर हमले के बाद रूसी सेना रविवार को यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में दाखिल हो गयी और वह दक्षिण क्षेत्र में स्थित रणनीतिक बंदरगाहों पर भी नियंत्रण बनाने का प्रयास कर रही है। वासिलकिव में हवाई अड्डे के पास एक तेल डिपो से आग की लपटें आसमान में फैल गईं। इस क्षेत्र में रूस की सेना से यूक्रेनी सैनिकों की भीषण लड़ाई हुई। राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के कार्यालय ने कहा कि असैन्य जुलियानी हवाई अड्डे पर एक और विस्फोट हुआ। जेलेंस्की के कार्यालय ने यह भी कहा कि रूसी सेना ने खारकीव में एक गैस पाइपलाइन को उड़ा दिया, जिसके बाद सरकार ने लोगों को अपने आवासों की खिड़कियों को नम कपड़े से ढककर खुद को धुएं से बचाने की सलाह दी। जेलेंस्की ने कहा, ‘‘हम अपने देश के लिए लड़ रहे हैं, अपनी आजादी को बनाए रखने के लिए लड़ रहे हैं क्योंकि हमें ऐसा करने का अधिकार है।'' 

प्रतिनिधिमंडल वार्ता के लिए बेलारूस रवाना
रूस के सैनिक यूक्रेन की राजधानी कीव के पास पहुंच गए हैं। ऐसे में यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय ने पुष्टि की है कि एक प्रतिनिधिमंडल रूसी अधिकारियों से मुलाकात करेगा। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के कार्यालय ने टेलीग्राम ऐप पर कहा कि दोनों पक्ष बेलारूस की सीमा पर एक अनिर्दिष्ट स्थान पर मुलाकात करेंगे। राष्ट्रपति कार्यालय ने बैठक का कोई निर्धारित समय नहीं बताया। रूस ने रविवार को घोषणा की कि उसका एक प्रतिनिधिमंडल वार्ता के लिए बेलारूस रवाना हो गया है, जिसके कुछ घंटे बाद यूक्रेन की ओर से यह प्रतिक्रिया आई है। यूक्रेन के अधिकारियों ने पहले इस प्रस्ताव को यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि वार्ता बेलारूस के बजाय कहीं और होनी चाहिए क्योंकि रूस ने बेलारूस में भारी संख्या में सैनिकों को तैनात कर रखा है।
 

 

 

rajesh kumar

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