कनाडा के बाद अब ब्रिटेन में उठी खालिस्तानी आतंकी अवतार सिंह खांडा की मौत की जांच की मांग, UK सरकार को लिखा गया पत्र

Friday, Sep 22, 2023 - 08:22 PM (IST)

इंटरनेशलन डेस्कः गुरुनानक गुरुद्वारा स्मैदिक के अध्यक्ष और खालिस्तान के समर्थक कुलदीप सिंह देओल ने यूके में खालिस्तानी समर्थक अवतार सिंह खांडा की मौत पर चिंता जताई है। कुलदीप देओल ने ब्रिटिश सरकार से अवतार सिंह खांडा की मौत की जांच की मांग उठाई है। उन्होंने सरकार को पत्र लिखकर कहा है, “संपत्ति और कारोबार ही सबकुछ नहीं होता है। नेताओं को लोगों के साथ खड़ा होना चाहिए, जिससे यूके में सभी सिख खुद को सुरक्षित महसूस कर सकें।

खालिस्तानी नेता ने कहा कि सरकार को इसकी चिंता होनी चाहिए और इस पर संज्ञान लेना चाहिए। सिखों ने यूके की अर्थव्यवस्था में बड़ा योगदान दिया है। देओल ने यूके सरकार के सामने भारत की जेल में बंद खालिस्तानी समर्थक जगतार सिंह जोहल और हाल ही में अवतार सिंह खांडा की मौत का मुद्दा उठाया है और मांग की है कि सरकार को सख्त एक्शन लेना चाहिए। नेताओं को इसपर ध्यान देना चाहिए।

कुलदीप सिंह देओल का यह बयान ऐसे समय आया है। जब कनाडा ने भारत पर खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के आरोप लगाए हैं। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कनाडाई संसद में कहा कि हरदीप सिंह निज्जर की मौत में एक भारतीय एजेंट का हाथ है। हालांकि, भारत ने ट्रूडो के दावों को बेबुनियाद और बेतुका बताया है। ट्रूडो के बेतुके बयान के बाद दोनों देशो के रिश्तों में खाई बढ़ती जा रही है। भारत ने गुरूवार को वीजा सेवाएं सस्पेंड कर दीं।

खालिस्तानी नेता कुलदीप सिंह देओल आगे कहते हैं, “हम उम्मीद करते हैं कि ब्रिटिश सरकार अंतरराष्ट्रीय कानून और ब्रिटिश कानून के मुताबिक, स्वतंत्र आवाज, अभिव्यक्ति की आजादी, शांतिपूर्ण विरोध, लोकतांत्रिक प्रचार और मानवाधिकार की रक्षा करेगी। उन्होंने कनाडा सरकार की तारीफ करते हुए कहा, “हम कनाडाई प्रधान के जज्बे की तारीफ करते हैं कि उन्होंने यह कदम उठाया है। हमें उम्मीद करते हैं कि जांच पूरी होने के बाद हमें न्याय मिलेगा।

आपको बता दें कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने भारत दौरे पर कहा था कि यूके में किसी भी प्रकार का उग्रवाद या हिंसा स्वीकार्य नहीं है। और इसीलिए हम विशेष रूप से 'पीकेई' खालिस्तान समर्थक उग्रवाद से निपटने के लिए भारत सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। मुझे नहीं लगता कि यह सही है. हमारे सुरक्षा मंत्री हाल ही में भारत में अपने समकक्षों से बात कर रहे थे। हमारे पास खुफिया जानकारी और जानकारी साझा करने के लिए एक साथ कार्य करने वाले समूह हैं ताकि हम इस तरह के हिंसक उग्रवाद को जड़ से खत्म कर सकें। यह सही नहीं है और मैं इसे ब्रिटेन में बर्दाश्त नहीं करूंगा।"

उल्लेखनीय है कि G20 सम्मेलन में भाग लेने आए यूके के भारतीय मूल के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को भारत में मिले सम्मान से यूके के खालिस्तानी बौखलाए हुए हैं। सुनक के वतन वापसी पर सिख फैडरेशन यूके के गठन की 20वीं वर्षगांठ के संबंध में बर्मिघम के गुरुद्वारा स्मैदिक में आयोजित एक कांक्रम के दौरान यूके में भी सिख समुदाय को कनाडा की तरह बड़ी राजनीतिक ताकत के तौर पर उभारने पर विचार चर्चा हुई।

गौरतलब है कि कनाडा में 2021 के चुनाव में भारतीय मूल के 17 सांसद चुने गए थे और इनमें से अधिकतर सांसद सिख समुदाय के हैं और कनाडा की जस्टिन टूडो सरकार में भी कई सिख मंत्री शामिल हैं। यही कारण है कि सिख समुदाय का समर्थन करने के लिए कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन टूटी कनाडा में भारत विरोधी तत्वों को पनाह दे रहे हैं और खुलेआम खालिस्तानी रिफ्रडम करवाया जा रहा है। अब यू. के. में भी सिख समुदाय बसी हो राजनीतिक ताकत के तौर पर खड़े होने की योजना बना है।

Yaspal

Advertising