जापान में मिल रहे किराए के दोस्त, इतने रुपए देकर कर रहे मन की बात

Tuesday, Jul 26, 2016 - 12:42 PM (IST)

टोक्योःजापान में एक नया ट्रेंड देखने को मिल रहा है। अकेला महसूस कर रहे बुजुर्ग तथा उलझनों में फंसें टीनएजर्स, अपनी बातें शेयर करने के लिए किराए पर शख्स ले रहे हैं। वह जो बातें परिवार से नहीं कर पाते, इन्हें आसानी से बता रहे हैं।जापान में इन सुनने वाले पेशेवरों को ''ओस्सान''कहते हैं। यह घंटेभर के हजार येन (लगभग 700 रुपए) वसूलते हैं। ऐसे ही हैं तकानोबू निशिमोतो। उनकी टीम में 45-55 साल के पुरुष हैं। तकानोबू बताते हैं कि क्लाइंट्स में बड़ी संख्या स्कूल गर्ल्स की है।  60 लोगों की टीम पूरे देश में सर्विस देती है।

तकानोबू के मुताबिक वो हर माह 30-40 लोगों को सर्विस देते हैं। इनमें 70 फीसदी युवतियां होती हैं। तरह-तरह के लोग मिलते हैं- जैसे लगभग 80 साल की महिला हर हफ्ते उन्हें पार्क में मिलती हैं। एक स्टूडेंट था जो बिजनेस में कुछ कर दिखाना चाहता था पर उसे परिवार को सपोर्ट नहीं मिला तो निराश हो गया था। ऐसा ही एक युवा कर्मचारी था जो जानना चाहता था कि कंपनी के डायरेक्टर के साथ कैसे बर्ताव करे।

तकानोबू बताते हैं जापान इन दिनों सामाजिक अलगाव से संघर्ष कर रहा है। इसमें लोग सामाजिक रूप से घुलने-मिलने की बजाय घर में रहना पसंद करते हैं।जिन लोगों ने ये सर्विस ली है उनका कहना है कि इसके बाद वो परिवार और दोस्तों की अपेक्षाएं भूलकर खुद को व्यक्त करने लगे। जापान जैसे कड़े सामाजिक बंधनों वाले देश में ये सुखद बदलाव है। 24 साल की नोदोका हायोदो बताती हैं कि इस सेशन के बाद उन्होंने सारे रिश्तों में अपनी अहमियत बनाई। चाहे दोस्त हो, परिवार या फिर बॉयफ्रेंड।

इस बातचीत में सारी चीजें दरकिनार हो जाती हैं क्योंकि हम जिससे बात कर रहे हैं, उसे हम जानते ही नहीं। इससे वह खुद को बेहतर तरीके से समझ पाई है।कस्टमर इनकी सर्विस नकली दोस्त, परिजन या रिश्तेदारों के रूप में ले रहे हैं। इन्हें शादी, पार्टी, किसी की मौत या विभिन्न मौकों पर बुला रहे हैं। तकानोबू बताते हैं कि कई बार उन्होंने ये सब बंद करने की कोशिश की पर महसूस किया कि जिनती क्लाइंट्स को उनकी जरूरत है। उससे कहीं ज्यादा उन्हें, उनकी है। कई बार अजीब क्लाइंट्स मिलते हैं। इसलिए डर भी लगता है।उन्हें बहुत सारे अनूठे भावुक अनुभव हुए हैं।
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