अमेरिका में इजरायली नागरिकों की हत्या पर नेतन्याहू का ऐलान- "खून का बदला खून से लेंगे"
punjabkesari.in Thursday, May 22, 2025 - 06:20 PM (IST)

Washington: अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी में स्थित यहूदी म्यूजियम के पास गुरुवार को एक भीषण हमला हुआ, जिसमें इजरायली दूतावास के दो कर्मचारियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मारे गए दोनों कर्मचारी एक यंग कपल थे, जिनकी जल्द ही सगाई होने वाली थी। इस वारदात ने अमेरिकी और इजरायली सुरक्षा एजेंसियों को झकझोर कर रख दिया है। पुलिस चीफ पामेला स्मिथ के अनुसार, हमला तब हुआ जब ये दोनों कर्मचारी म्यूजियम में एक कार्यक्रम में भाग लेने के बाद बाहर निकल रहे थे। उसी वक्त एक हथियारबंद युवक ने उन पर अंधाधुंध गोलियां चला दीं। बाद में वह म्यूजियम के अंदर घुस गया, जहां उसे सुरक्षाबलों ने पकड़ लिया।
इजरायल का रिएक्शन
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस हमले को लेकर बेहद सख्त प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने अमेरिकी अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी से सीधी बातचीत में कहा कि "इजरायल अपने नागरिकों की सुरक्षा से कभी समझौता नहीं करेगा। जो खून बहाया गया है, उसका जवाब खून से दिया जाएगा।" प्रधानमंत्री ने अमेरिका में मौजूद इजरायल के राजदूत येचिएल लीटर से भी बात कर पूरी जानकारी ली और सभी दूतावासों की सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और अमेरिकी प्रशासन का यहूदी-विरोधी हिंसा के खिलाफ दृढ़ रुख अपनाने के लिए आभार भी जताया।
हमलावर की पहचान अब तक सार्वजनिक नहीं की गई है। हिरासत के समय वह "फ्री फिलिस्तीन" के नारे लगा रहा था। शुरुआती जांच में यह मामला यहूदी-विरोधी आतंकी हमले जैसा प्रतीत हो रहा है। अमेरिकी अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी ने नेतन्याहू को भरोसा दिलाया है कि हमलावर को सख्त सजा दी जाएगी। राष्ट्रपति ट्रंप ने घटना पर गहरा दुख जताया और कहा कि यह हमला अमेरिका की धरती पर इजरायल पर हमला है।
यहूदी विरोध और साजिश के संकेत
इस हमले ने एक बार फिर यहूदी विरोधी भावनाओं और कट्टरपंथी समूहों की सक्रियता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इजरायल ने स्पष्ट किया है कि "दुनियाभर में मौजूद उसके नागरिकों की सुरक्षा सर्वोपरि है और इस तरह के हमलों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।"इस घटना ने अमेरिका और इजरायल दोनों को अंदर तक झकझोर दिया है। पीएम नेतन्याहू की चेतावनी और अमेरिका की प्रतिक्रिया से साफ है कि अब दुनियाभर में इजरायली मिशनों की सुरक्षा और कड़ी की जाएगी, और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।