पाक पर लादेन जैसे आप्रेशन की तैयारी में था अमरीका

Wednesday, Oct 18, 2017 - 06:05 PM (IST)

वॉशिंगटनः हाल ही में पाकिस्तान की मदद से हक्कानी नैटवर्क के चंगुल से रिहा हुए  कनाडाई दंपति को लेकर नया खुलासा हुआ है। अभी तक इस मामले में पाकिस्तान की भूमिका को लेकर यूएस उसकी पीठ थपथपा रहा था लेकिन सच्चाई कुछ और है। 'न्यू यॉर्क' टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक इससे कुछ दिन पहले ही नेवी SEAL की 6 सदस्यीय टीम इस दंपति को आतंकवादी ओसामा बिन लादेन के खात्मे वाले अंदाज में रिहा करवाने की तैयारी में थी लेकिन आखिरी समय में प्लान बदल गया। रिपोर्ट में बताया गया है कि पाकिस्तानी अधिकारियों को अमरीका के दबाव की वजह से इस दंपति को रिहा करवाने को मजबूर होना पड़ा था। अगर पाक न झुकता तो उसे अमरीका के कहर का सामना करना पड़ता। 

खबर के मुताबिक CIA के ड्रोन से बीते महीने एक महिला और उसके 3 बच्चों के आतंकी कैंप में दिखने का खुलासा हुआ था। US ऑफिशल्स के मुताबिक अमरीकी ऐनालिस्ट्स ने इस महिला को 5 साल पहले अफगानिस्तान में अगवा हुई अमरीकी महिला बताया। कुछ धुंधली तस्वीरें बड़ा सुराग बनीं और सेना ने उनको बचाने के लिए नेवी SEAL के 6 कमांडोज की टीम तैयार की। लेकिन यह ऑपरेशन तमाम चिंताओं के मद्देनजर रोक दिया गया। कुछ दिन बाद ही CIA ने पाया कि आतंकियों ने परिवार को कैंप से बाहर निकाला है और पाकिस्तान के आदिवासी इलाकों में ले गए हैं। 

एक अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान में अमरीकी उच्चायुक्त डेविड हेल ने इस मुद्दे पर इस्लामाबाद सरकार को तुरंत संदेश भेजा और कहा कि इस मसले को सुलझाए या फिर अमरीका खुद सुलझा लेगा। उच्चायुक्त के संदेश से यह साफ था कि अगर पाकिस्तानियों ने इस मसले पर अपनी सक्रिय भूमिका नहीं निभाई तो अमरीका अपने नागरिक और उसके कनाडाई पति को आजाद कराने के लिए ठीक उसी तरह छापा मारेगा जैसा उसने अल-कायदा चीफ ओसामा बिन लादेन को मारने के लिए मारा था। साल 2011 में बिना पाकिस्तानी सरकार को जानकारी दिए अमरीका के नेवी SEAL कमांडोज ने ओसामा बिन लादेन को मौत के घाट उतार दिया था। इस बार पाकिस्तान अगर असफल होता तो अमरीकी अधिकारियों का यह मानना कि इस्लामाबाद आतंकियों की सुरक्षित पनाहगाह है, पहले से भी पुख्ता हो जाता। 
 

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