वर्ष 2030 तक कोयले की जगह ऊर्जा का दूसरा बड़ा स्रोत होगा प्राकृतिक गैस:IEA

Tuesday, Nov 13, 2018 - 10:20 PM (IST)

लंदन : वायु प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए जारी अभियानों और तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) के बढ़ते इस्तेमाल के कारण वर्ष 2030 तक कोयले की जगह ऊर्जा के दूसरे बड़े स्रोत के रूप में प्राकृतिक गैस का उपयोग होने लगेगा। अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी ने मंगलवार को जारी ‘वर्ल्ड एनर्जी आउटलुक रिपोर्ट 2018’ में कहा कि फिलहाल तेल के बाद कोयले को ऊर्जा के दूसरे सबसे बड़े स्रोत के रूप में इस्तेमाल किया जाता है लेकिन जल्द ही प्राकृतिक गैस उसकी यह जगह ले लेगा। 

एजेंसी के मुताबिक वर्ष 2040 तक ऊर्जा की मांग में चौगुनी बढोतरी हो जाएगी। इस दौरान वैश्विक गैस मांग भी 1.6 प्रतिशत की वार्षिक दर से बढ़ेगी और आज के मुकाबले यह मांग 45 फीसदी बढ़ जाएगी। रिपोर्ट में बताया गया है कि नई ऊर्जा नीतियों के कारण प्राकृतिक गैस की मांग सबसे तेजी से बढ़ रही है और यह जिस रफ़्तार से बढ़ रहा है, उसे देखते हुए यह कहा जा सकता है कि अगले 12 साल में यह कोयले की जगह ले लेगा। 

तेल और कोयले का सबसे बड़ा आयातक देशी चीन जल्द ही प्राकृतिक गैस का भी सबसे बड़ा आयातक होगा और वर्ष 2040 तक इसका कुल आयात बढ़कर यूरोपीय संघ के स्तर पर पहुंच जाएगा। प्राकृतिक गैस की खपत के मामले में फिलहाल चीन का स्थान तीसरा है। पहले स्थान पर अमरीका और दूसरे पर रूस है। 

shukdev

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