लंदन हमलाः एकजुट हुए इमाम, आतंकियों के जनाजे  को लेकर किया बड़ा एेलान

Wednesday, Jun 07, 2017 - 11:23 AM (IST)

लंदनः ब्रिटेन में 130 से अधिक इमामों और मौलवियों ने लंदन ब्रिज पर हमला करने वाले आतंकियों के लिए पारंपरिक जनाजे की नमाज पढ़ने से मना कर दिया और कहा कि उनके कृत्य का बचाव नहीं किया जा सकता और ये इस्लाम की शिक्षाओं के विपरीत हैं। पूरे देश के इमाम, मौलवियों व मुस्लिम विद्वानों ने एक साथ एक सार्वजनिक बयान जारी कर हाल में लंदन में हुए आतंकी हमले की निंदा की और हताहत हुए लोगों व उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। 

अप्रत्याशित कदम उठाते हुए उन्होंने न केवल आतंकियों के लिए पारंपरिक जनाजे की नमाज पढ़ने से मना कर दिया, बल्कि साथ ही दूसरों से भी ऐसा ही करने को कहा। 130 से अधिक इमामों और मुसलिम धार्मिक नेताओं के समूह ने बयान में कहा कि इसलिए और साथ ही इस्लाम की पहचान समझे जाने वाले इस तरह के दूसरे नैतिक सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुए हम गुनहगारों के लिए पारंपरिक जनाजे की नमाज नहीं पढ़ेंगे और हम साथी इमामों व धार्मिक प्राधिकारों से भी ऐसा ही करने की अपील करते हैं। 

लंदन ब्रिज पर आतंकी हमले में शामिल रहे 2 आतंकवादियों के मकान के निकट नया तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। इससे कुछ घंटे पहले पुलिस ने कहा था कि लंदन हमलों को लेकर पहले हिरासत में लिए गए सभी लोगों को रिहा कर दिया गया है। ब्रिटेन में तीन महीने के भीतर यह तीसरा आतंकी हमला हुआ है और इस हमले के बाद सरकार की क्षमता पर सवाल खड़े हो गए। 

आगामी 8 जून को होने जा रहे आम चुनाव में यह यह एक प्रमुख मुद्दा बन गया है। लंदन पुलिस का कहना है कि शनिवार देर रात हुए हमले के बाद से बार्किंग इलाके कुल 12 लोगों को पकड़ा गया और उनको रिहा कर दिया गया। अब बार्किंग से उत्तर की दिशा में स्थित इलफोर्ड में नया तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।  लंदन  हमले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया तीसरा संदिग्ध इटली-मोरक्को की दोहरी नागरिकता वाला 22 वर्षीय युसूफ जग्बा है।  

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