लड़कों के साथ ही सीखनी होगी मुस्लिम लड़कियों को तैराकी: कोर्ट

Wednesday, Jan 11, 2017 - 06:29 PM (IST)

स्ट्रॉसबर्ग:स्विट्जरलैंड में अपनी बेटियों को स्कूल में लड़कों के साथ स्विमिंग सिखाने पर आपत्ति करने वाले एक मुस्लिम माता-पिता अदालत में मुकदमा हार गए हैं।दरअसल स्विट्ज़रलैंड के बैजिल शहर में रहने वाले तुर्क मूल के मुस्लिम दंपती ने यूरोपियन कोर्ट और ह्यूमन राइट्स (ईसीएचआर) में लड़कियों को लडक़ों के साथ तैराकी न कराने को लेकर मुकदमा दायर किया था।


अदालत ने मुस्लिम अभिभावकों की आपत्ति को खारिज करते हुए कहा कि स्विस अधिकारियों का पाठ्यक्रम को लागू कराने और बच्चों को समाज में सफलता से घुलाने-मिलाने के लिए लिया गया फैसला जायज है।हालांकि फ्रांस के स्ट्रॉसबर्ग आधारित इस अदालत ने अपने आदेश में कहा,‘‘स्कूल सामाजिक एकीकरण की प्रक्रिया में विशेष भूमिका निभाते हैं खासकर उन स्थानों पर अहम भूमिका निभाते हैं जहां विदेशी मूल के बच्चे हैं।’’उसने कहा कि ‘तैराकी की कक्षाएं न सिर्फ तैराकी सीखने के लिए हैं, बल्कि इससे ज्यादा महत्वपूर्ण है कि यह ऐसी गतिविधि है जिसमें दूसरे कई छात्र भी भाग लेते हैं।’

अदालत ने ये भी कहा कि स्कूल ने इस बारे में थोड़ी नर्मी भी दिखाई थी और बच्चियों को स्विमिंग क्लास में बुर्किनी पहनने और कमरे में बिना किसी लड़के की मौजूदगी के कपड़े बदलने की रियायत देने की पेशकश की थी। बता दें कि स्कूल और स्विस अधिकारियों के साथ मुस्लिम दंपति का ये मामला काफी लंबे समय तक चला। 2010 में उन्हें अपनी "माँ-बाप की जिम्मेदारी का उल्लंघन" करने के लिए 1300 यूरो का जुर्माना देने का आदेश दिया गया था।
 

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