ये हैं दुनिया के सबसे क्रूर व खतरनाक तानाशाह

Sunday, Oct 29, 2017 - 01:32 PM (IST)

बीजिंगः दुनिया में ऐसे तमाम शासक और नेता रहे हैं, जो सिर्फ अपनी तानाशाही के लिए जाने जाते हैं। ऐसे ही कुछ शासक  हैं जिन्होंने अपनी सत्ता बनाए रखने के लिए  न सिर्फ हर तरह के नियम-कानून को ताक पर रखा बल्कि दुनिया में मानवता के लिए बड़ा संकट भी पैदा किया। दुनिया में कुछ शासक एेसे भी हुए जिन्होंने भयानक फैसले लिए व क्रूरता की हर हद को पार कर दिया। पिछले 130 वर्षों में 10 राजनीतिक नेताओं ने सबसे भयावह जनसंहार, हत्याएं, क्रूर कारनामों को अंजाम दिया जिस कराण उनका नाम इतिहास में दर्ज हो गया ।

याकूबू गौवन
इनमें सबसे पहला नाम आता है  नाइजीरिया  के याकूबू गौवन का जिसने युद्ध के  दौरान की गई नाकाबंदी को तोड़ने वाले 1.1 मिलियन लोगों को मौत के घाट उतार दिया । इनमें 10 लाख नागरिक व 100,000 सैनिक शामिल थे। 

मेन्गिसु हैल मरियम 
मीनगिसु हैल मरियम (जो अब तक जीवित है) एक राजनीतिज्ञ है जिसने 1974 से 1991 तक इथियोपिया की सत्ता संभाली। मीनगिसु हैल मरियम का मानना था कि मुकाबला करने वालों को मार दो। लाल आतंक अभिय़ान के लिए जाने जातेमेन्गिसु हैल मरियम को  (400,000 -1.5 मिलियन लोगों की मौत का जिम्मदार माना जाता है।  


किम इल सुंग
उत्तर कोरिया के सनकी किंग ने दुनिया की नाक में दम कर रखा है । और उत्तर कोरिया के इतिहास में किम इल सुंग उससे कही बड़ा सनकी और क्रूर शासक रह चुका है जो1.6 मिलियन लोगों की मौतों का जिम्मेदार माना जाता है। किम इल सुंग भी अमरीका को अपने सामने तुच्छ मानता था और लोगों को खुद को भगवान मानने पर मजबूर करता था।

पोल पॉट
पॉल पॉट और उसकी सेना ने1975 में कंबोडिया की सत्ता संभाली थी। वो 1976 में नई साम्यवादी सरकार का प्रधानमंत्री बना था और अपनी तानाशाही शुरू कर दी। 1979 में वियतनाम के कंबोडिया में मिल जाने पर रॉट को बाहर कर दिया गया था लेकिन वो खमेर रूज में सक्रिय रहा। 1985 में रूज से रिटायर हुआ। उसकी 1998 में मौत हुई। पोल पॉट 1.7 मिलियन लोगों की मौत का कारण बना।

एडोल्फ हिटलर
एडोल्फ हिटलर का जन्म ऑस्ट्रिया में 20 अप्रैल 1889 को हुआ। वो राष्ट्रीय समाजवादी जर्मन कामगार पार्टी (NSDAP) का नेता था और कई साल तक जर्मनी का शासक रहा। जर्मनी के नाजी तानाशाह  हिटलर के अपराधों की लिस्ट बहुत ही लंबी है। हिटलर ने 1.1 करोड़ लोगों की हत्या का आदेश दिया। उनमें से 60 लाख यहूदी थे। उसने दुनिया को दूसरे विश्वयुद्ध में भी धकेला। लड़ाई में 7 करोड़ जानें गई. युद्ध के अंत में पकड़े जाने के डर से हिटलर ने खुदकुशी कर ली।

जोसेफ स्टालिन
सोवियत संघ के संस्थापकों में से एक व्लादिमीर लेनिन के मुताबिक जोसेफ स्टालिन रुखे स्वभाव का शख्स था. लेनिन की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद सोवियत संघ की कमान संभालने वाले स्टालिन ने अपने हर विरोधी को मौत के घाट उतारा।स्टालिन के 31 साल के राज में 2 करोड़ लोग मारे गए।


ईदी अमीन
सात साल तक युगांडा की सत्ता संभालने वाले ईदी अमीन ने 2,50,000 से ज्यादा लोगों को मरवाया। ईदी अमीन ने नस्ली सफाये, हत्याओं और यातनाओं का दौर चलाया। यही वजह है कि ईदी अमीन को युगांडा का बूचड़ भी कहा जाता है। 

माओ जेदोंग या माओ या माओ त्से तुंग
माओ को लोग आधुनिक चीन का निर्माता भी मानते हैं। हालांकि चीन ने अब माओ का मार्ग छोड़ दिया है लेकिन इस विचारधारा के कारण भारत अब परेशान है। अमीर घर से आए माओ ने चीन में कम्युनिस्ट राज की स्थापना की। माओ त्से तुंग के कारण 1949 से 1976 तक 49 से 78 मिलियन लोगों को जान गंवानी पड़ी।  

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