ऑस्ट्रेलिया का श्रीलंका प्रत्यर्पित किए जाने वाले परिवार के मामले में हस्तक्षेप से इंकार

Monday, Sep 02, 2019 - 05:14 PM (IST)

मेलबर्नः ऑस्ट्रेलिया के  प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने एक तमिल परिवार को श्रीलंका प्रत्यर्पित किए जाने के मामले में हस्तक्षेप करने से इंकार करते हुए सोमवार को कहा कि अपवाद से मानव तस्करी के कारोबार में बढ़ोतरी हो सकती है। उनकी यह टिप्पणी ऐसे वक्त आई है जब तमिल दंपति प्रिया और नादेसालिंगम तथा ऑस्ट्रेलिया में पैदा हुए उनके दो बच्चों को देश में ही रहने देने के लिये लोगों और राजनेताओं की तरफ से सरकार पर दबाव बढ़ रहा है।

परिवार ऑस्ट्रेलिया में ही रहने के लिए संघर्ष कर रहा है क्योंकि उन्हें डर है कि श्रीलंका में उन पर मुकदमा चलेगा। उन्होंने सिडनी में कहा, “मैं जानता हूं कि तब क्या होता है जब लोग सोचते हैं कि यहां या वहां किसी अपवाद से कुछ खास फर्क नहीं पड़ता।” मॉरिसन ने कहा कि अगर सरकार ‘जन प्रतिक्रिया' के समर्थन में उस परिवार का साथ देती है जिसे शरणार्थी नहीं पाया गया है तो इससे मानव तस्करी में इजाफा हो सकता है।

उन्होंने कहा, “आप इस तरह मजबूत सीमाएं नहीं चलाते...यह जनता की भावना के बारे में नहीं है, यह इस बारे में है कि सीमा सुरक्षा व्यवस्था की अक्षुणता को बरकरार रखने में ऑस्ट्रेलिया के राष्ट्रीय हित सुनिश्चित करने के लिहाज से सही फैसला क्या है।” प्रिया और नादेसालिंगम शरण लेने के लिए 2012 और 2013 में अलग-अलग नाव से ऑस्ट्रेलिया पहुंचे थे। उनकी बेटियों कोपिका (4) और थारुनिक्का (दो) का जन्म ऑस्ट्रेलिया में ही हुआ और वे कभी श्रीलंका नहीं गईं।  

Tanuja

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