कैंसर से मरे बच्चे की WISH पूरी करने के लिए निकाली अनोखी शव यात्रा, वीडियो वायरल

Thursday, Nov 21, 2019 - 11:44 AM (IST)

वॉशिंगटनः अमेरिका में बच्चेे की मौत के बाद उसकी अनोखी शव यात्रा का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है । मिसौरी के 14 वर्षीय किशोर एलेक इनग्रामकी की पिछले सप्ताह कैंसर से मौत हो गई। वह स्पोर्ट्स कारों का बहुत शौकीन था और उसकी अंतिम इच्छा थी कि स्पोर्ट्स कारों के काफिले के साथ उसकी शवयात्रा निकाली जाए। सोशल मीडिया पर वह अपने विचार अक्सर साझा करता रहता था।

उसकी इस अंतिम इच्छा को पूरा करने में 'सिडनीज सोल्जर्स ऑलवेज' नामक एक संगठन ने मदद की और इसके बाद शवयात्रा के दौरान 2100 से अधिक स्पोर्ट्स कारें तथा 70 मोटरसाइकिलों के मालिक काफिले के रूप में आए और सिक्स फ्लैग्स सेंट लुइस पार्किंग में इकट्ठा हुए। कैलिफोर्निया, इंडियाना, मिशिगन, फ्लोरिडा और न्यूयॉर्क सहित देशभर से स्पोर्ट्स कार के ज्यादातर मालिक अपनी गाड़ी खुद चलाकर आए थे, जबकि कुछ ने ड्राइवर भेज दिए थे। ये लोग एलेक को जानते तक नहीं थे। वाहनों के इस काफिले को निकलने देने के लिए मिसौरी शहर को दो घंटे से अधिक समय तक बंद रखा गया।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बच्चे की विश पूरी करने के लिए "स्पोर्ट्स कार्स फॉर एलेक' का आयोजन रखा गया। इसके लिए कारों की व्यवस्था 'सिडनीज सोल्जर्स ऑलवेज' नामक संगठन के प्रमुख दाना क्रिश्चियन मैनली ने की थी। मैनली की भी अपनी पीड़ा है, उनकी 8 वर्षीय बेटी सिडनी की भी कैंसर से मृत्यु हो गई थी।

मैनली कहते हैं- हमारे संपर्क में जितने भी कैंसर पीड़ित स्थानीय लोग हैं, वे सभी एक परिवार के सदस्यों की तरह रहते हैं और एक-दूसरे की मदद करते हैं। हमारे संगठन के पास टर्मिनल बीमारियों से पीड़ित बच्चों की सूची है। इसलिए मैं एलेक के घर गया था और उसकी मां से पूछा था कि एलेक की विश क्या है? इसके बाद हमारी अपील पर देशभर से लोग कार लेकर मिसौरी पहुंचने लगे।

 

एक अन्य मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एलेक की मां जेनी इनग्राम ने अपने फेसबुक पेज पर एक भावुक पोस्ट लिखा कि 'हमारा प्यारा बेटा सिर्फ 14 वर्ष ही हमारे साथ रहा। ईश्वर ने हमें थोड़े समय के लिए ही एलेक का माता-पिता बनने के लिए चुना था। उसके बगैर जीवन कितना अधूरा सा है, यह उसके न रहने पर हमें महसूस हो रहा है। उन्होंने बताया कि एलेक को 2015 में ओस्टियोसारकोमा होने का पता चला था। इसे हड्डी के कैंसर का एक दुर्लभ रूप कहा जाता है। चार वर्ष तक कैंसर से जूझने के बाद वह हमें छोड़कर चला गया।

Tanuja

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