चंद्रमा को लेकर सामने आईं अहम बातें

Tuesday, Dec 01, 2015 - 10:14 PM (IST)

लंदन: चंद्र और सौर पवन के बीच मजबूत और विविध अंत क्रिया मापने वाले वैज्ञानिकों ने कहा कि चंद्रमा का पर्यावरण पहले के आंकलन से अधिक सक्रिय है। स्वीडिश इंस्टीट्यूट ऑफ स्पेस फिजिक्स और स्वीडन की उमिया यूनिवर्सिटी के अनुसंधानकर्ताओं ने कण उपकरण ‘सारा’ का इस्तेमाल किया जिसने 2008 में भारतीय उपग्रह चंद्रयान-1 में चंद्रमा तक की यात्रा की थी।  

सौर पवन सूर्य से प्लाज्मा का सतत प्रवाह होता है जो सौर मंडल में ग्रहों को प्रभावित करता है और पृथ्वी पर उषाकाल में योगदान देता है। दूसरी तरफ चंद्रमा का पर्यावरण इतना धुंधला है कि यह घटनाक्रम नहीं दिखाई देता और चंद्रमा में वैश्विक चुंबकीय क्षेत्र की भी कमी है जो सौर पवन को नियंत्रित करता है।  
 
लंबे समय से मान्यता थी कि चंद्रमा निष्क्रिय तरीके से परिवेश को प्रभावित किए बिना सौर पवन को सोख लेता है। हालांकि अनुसंधानकर्ताओं को एेसे साक्ष्य मिले हैं कि चंद्रमा की सतह और चंद्रमा की सतह का चुंबकीय क्षेत्र कुछ सौर पवन को प्रतिबिंबित करता है। 
 
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