प्लास्टिक प्रदूषण से खतरे में  समुद्री जीव, सभी कछुओं में पाया गया माइक्रोप्लास्टिक

Thursday, Dec 06, 2018 - 11:29 AM (IST)

लंदनः प्लास्टिक प्रदूषण कारण सभी समुद्री जीवों का अस्तित्व खतरे में है। वैज्ञानिकों ने बताया कि तीन महासागरों में सात प्रजातियों के 100 से अधिक समद्री कछुओं के परीक्षण में हर  कछुए में माइक्रोप्लास्टिक का खुलासा हुआ है। समुद्र का ये प्लास्टिक प्रदूषण समुद्री जीवों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है ।

इसी का असर है कि समुद्री जीवों जैसे कछुए व व्हेल मछलियों आदि की विशेष प्रजातियों की सख्या तेजी से घटती जा रही है जो पर्यावरण वैज्ञानिकों के लिए गंभीर चिंता का विषय है।  ब्रिटेन में यूनिर्विसटी ऑफ एक्सेटर और प्लेमाउथ मरीन लेबोरेटरी के शोधकर्ताओं ने पाया कि अटलांटिक, प्रशांत और भूमध्यसागर के 102 समुद्री कछुओं में (पांच मिलीमीटर की लंबाई से कम वाले) कृत्रिम कण सहित माइक्रोप्लास्टिक देखे गए।

सभी कछुओं में पाए जाने कृत्रिम कण बहुत हद तक रेशे जैसे हैं जो संभवत: कपड़ों, टायरों, सिगरेट के फिल्टर और रस्सियों एवं मछली पकडऩे के जाल जैसे समुद्री साजो-सामान से आए होंगे। यूनिर्विसटी ऑफ एक्सेटर की एमिली डुनकान ने बताया, ‘‘कछुओं पर इन कणों का प्रभाव अभी पता नहीं चला है।’’ उन्होंने बताया, ‘‘उनके छोटे आकार का मतलब है कि वे बिना किसी रूकावट के आंत से गुजर सकते हैं।’’ यह अध्ययन जर्नल ग्लोबल चेंज बायोलॉजी में प्रकाशित हुआ। इसमें 102 कछुओं में 800 कृत्रिम कणों का अध्ययन किया गया।

Tanuja

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