39 गरीब देशों की जीडीपी से ज्यादा ट्रंप की कैबिनेट मंत्रियों की सम्पति, जानिए किसको मिला कौन सा पद

Friday, Jan 20, 2017 - 02:46 PM (IST)

न्यूयार्क: आज (20 जनवरी) को अमरीका के 45वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेने वाले डोनाल्ड ट्रंप ने एक दिन पहले अपनी कैबिनेट चुन ली। 19 जनवरी को सोनी पर्ड्यू को कृषि मंत्री चुनते ही उनकी कैबनेट पूरी हो गई। पर्ड्यू भी उन्हीं लोगों में से एक हैं जो ट्रंप जैसे अमीर हैं। लंदन के इंडिपेंडेंट अखबार के मुताबिक ट्रंप की कैबिनेट अमीर लोगों के भरी पड़ी है। अखबार के मुताबिक ट्रंप की कैबिनेट में जो लोग हैं उनकी संपत्ति को मिला दिया जाए तो यह दुनिया के 39 गरीब देशों की जीडीपी से ज्यादा बैठेगी। आइए  जानते हैं कि कौन लोग ट्रंप कैबिनेट का हिस्सा बने और उन्हें क्या जिम्मेदारी दी गई है।

रयान जिंके आंतरिक मामलों के मंत्री
 एक पूर्व नेवी सील कमांडर और पहली बार मोंटाना से इस रिपब्लिकन नेता की जीत हुई है। लेकिन चिंता की बात है कि बाकी रिपब्लिकन नेताओं की तरह जिंके भी सार्वजनिक भूमि को फेडरल के तहत रखना चाहते हैं। वह उसी जमीन पर ड्रिलिंग और माइनिंग के लिए भी जाने जाते हैं, जिसका वादा डोनाल्ड ट्रंप ने किया था।

रेक्स टिलरसन, विदेश मंत्री
ट्रम्प ने एक्सनमोबिल कॉरपोरेशन के CEO रेक्स टिलरसन का चयन फर्स्ट सेक्रेटरी ऑफ स्टेट यानी विदेश मंत्री के रूप में किया है। वॉशिंगटन पोस्ट के मुताबिक टिलरसन के पास सरकार या सेना में काम करने का कोई अनुभव नहीं है। उनके रूसी राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन के साथ उनके लंबे समय तक कारोबारी रिश्ते रहे हैं। वह जलवायु परिवर्तन को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए कोई खतरा नहीं मानते।

स्टीवन म्नुचिन, वित्त मंत्री
गोल्डमैन सैक्स के पूर्व कार्यकारी, हॉलिवुड प्रोड्यूसर और ट्रंप कैंपेन में फाइनेंस चेयरमैन रह चुके हैं। वह दो कंपनियों ड्यून कैपिटल मैनेजमेंट और रैटपैक ड्यून एंटरटेनमेंट के संस्थापक भी रहे हैं। उनके पास सरकार में रहने का कोई अनुभव नहीं है। वह वित्तीय बाजार में सरकार की उधारी की व्यवस्था देखेंगे और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश के ख‍िलाफ लगने वाले वित्तीय प्रतिबंधों को दूर कराने में मदद करेंगे।

जेम्स मैटिस, रक्षा मंत्री
एक रिटायर्ड अमेरिकी मरीन कॉर्प्स जनरल हैं। उन्हें मैड डॉग और वॉरियर मॉन्क के नाम से भी जाना जाता है। वह अमरीका की सेंट्रल कमांड में कमांडर रह चुके हैं। अपने बेबाक बयानों से कई बार वह विवादों में पड़ चुके हैं। वह ट्रंप द्वारा चुने गए उन लोगों में से एक हैं, जो अपने ट्रैक रिकॉर्ड नहीं बल्कि राजनीतिक तरजीह की वजह से विवादों में हैं।

जेफ सेशंस, अटॉर्नी जनरल
 अलबामा से जूनियर सिनेटर हैं। वह साउदर्न बॉर्डर पर दीवार बनाने के ट्रंप के आइडिया के समर्थक रहे हैं। वह नस्लीय कॉमेंट करने के लिए भी विवादों में रहे हैं। एेसे समय पर जब पुलिस की अश्वेतों पर अत्याचार बढ़े हैं, एेसे में उन्हें अमेरिकी न्याय विभाग का अध्यक्ष बनाया जाना चिंताजनक है।

जॉन कैली, गृह मंत्री
 साउदर्न कमांड में कमांडर रह चुके हैं। सेना में महिलाओं के आक्रामक रोल में आने का विरोध करने पर उनकी आलोचना भी हुई थी।

सोनी पर्ड्यू, कृषि मंत्री
 जॉर्जिया के पूर्व गवर्नर रह चुके हैं और फिलहाल बाइपरटिसान पॉलिसी सेंटर के गवर्नर्स काउंसिल में काम कर रहे हैं। उन्हें कृषि के क्षेत्र में अनुभव है, लेकिन वह जलवायु परिवर्तन को लेकर उलझन में हैं।

बेट्सी डेवॉस, शिक्षा मंत्री
 एक अरबपति हैं और मिशिगन रिपब्लिकन पार्टी की पूर्व अध्यक्ष रही हैं। उनकी नियुक्ति को लेकर पब्लिक स्कूल यूनियनें काफी चिंता में हैं, क्योंकि वह चार्टर स्कूलों की प्रस्तावक हैं।

निक्की हेली, संयुक्त राष्ट्र में राजदूत
भारतीय मूल की निक्की हेली साउथ कैरोलिना की गवर्नर रही हैं। ओआरएफ के वाइस प्रेसिडेंट समीर सरन के अनुसार वह ट्रम्प कैबिनेट में विविधता लाने वाली शख्स हैं और विविध मसलों पर सुरक्षा परिषद में प्रमुख अमरीकी चेहरा होंगी।

जैरेड कुशनेर, राष्ट्रपति के मुख्य सलाहकार
न्यू यॉर्क के रियल एस्टेट कारोबारी और ट्रम्प के दामाद जैरेड कुशनेर अमेरिकी राष्ट्रपति के मुख्य सलाहकार होंगे। कॉलमिस्ट सदानंद धुमे के अनुसार इवांका के पति कुशनेर अपने ससुर ट्रम्प के काफी करीबी है। हालांकि उनकी नियुक्ति को लेकर कुनबापरस्ती और हितों के टकराव का मसला भी छाया रहा है।

रेइंस प्रिएबस, चीफ ऑफ स्टाफ
डोनाल्ड ट्रम्प के चीफ ऑफ स्टाफ (COS) बनने जा रहे रेइंस इसके पहले रिपब्ल‍िकन नेशनल कमिटी के चेयरमैन थे। उन्हें करार कराने का विशेषज्ञ माना जाता है। उन्हें व्हाइट हाउस में नीति निर्धारण का मुखिया बनाया जा सकता है।


 

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