ब्रिटेन आम चुनाव : भारतीय मूल के 12 सांसदों ने जीत हासिल कर रचा इतिहास

Saturday, Jun 10, 2017 - 11:25 AM (IST)

लंदन: ब्रिटेन के आम चुनाव के नतीजों में प्रथम महिला सिख सांसद और प्रथम पगड़ीधारी सांसद चुने जाने के साथ ‘हाऊस ऑफ कॉमंस' में भारतीय मूल के सांसदों की संख्या बढ़ गई है। 

प्रीत कौर गिल ने कंजर्वेटिव पार्टी के उम्मीदवार को इतने वोटों के अंतर से हराया
लेबर पार्टी की प्रीत कौर गिल ने बर्मिंघम एजबास्टन सीट 24,124 वोटों से जीती है। उन्होंने कंजर्वेटिव पार्टी के उम्मीदवार को 6,917 वोटों के अंतर से हराया है। उन्होंने कहा,‘‘मैं खुश हूं कि मुझे एजबास्टन का अगला सांसद बनने का अवसर दिया गया। यहां मेरा जन्म और मेरी परवरिश हुई है। मैं मेहनत और लगन के साथ एजबास्टन की जनता के साथ सहयोग बढ़ाना चाहती हूं। 

लेबर पार्टी के प्रथम सिख सांसद तनमनजीत सिंह देसाई
दूसरे उम्मीदवार तनमनजीत सिंह देसाई, जिन्हें तान के नाम से भी जाना जाता है, ने स्लोघ सीट 34,170 मतों से जीती है। वह लेबर पार्टी के प्रथम सिख सांसद बन गए हैं। उन्हाेंने कंजर्वेटिव पार्टी के प्रतिद्वंद्वी को 16,998 वोटों से हराया। देसाई ने कहा कि वह उस शहर की सेवा करना चाहते हैं, जहां उनका जन्म हुआ है। लेबर पार्टी की लीजा नंदी विगान से, सीमा मल्होत्रा फेल्थम एंड हेस्टन से और वीरेंद्र शर्मा ने ईलिंग साउथहॉल सीट पर जीत दर्ज की है।


लेबर पार्टी के दूसरे पगड़ीधारी सिख कुलदीप सहोता को कंजर्वेटिव पार्टी के अपने प्रतिद्वंद्वी से महज 720 वोटों से शिकस्त का सामना करना पड़ा। कंजरवेटिव पार्टी की प्रीति पटेल ने एसेक्स के विथम में अपना कब्जा कायम रखा है। आलोक शर्मा रीडिंग वेस्ट में और शैलेश वारा कैम्ब्रिजशायर नार्थ वेस्ट से जीते हैं। ऋषि सुनाक और सुएला फर्नांडीस (टोरी) ने भी अपनी सीट पर कब्जा कायम रखा है।

सिख फेडरेशन यूके ने एक बयान जारी कर कहा,‘‘सारा श्रेय लेबर पार्टी को जाता है, जिसने सिखों को जीतनेवाली सीटों पर चुनाव लड़ने का अवसर देने का साहसिक कदम उठाया।'' गौरतलब है कि लेबर पार्टी ने भारतीय मूल के 15 और कंजर्वेटिव पार्टी ने 13 नेताओं को अपने-अपने उम्मीदवार के तौर पर उतारा था।

लेबर पार्टी के सबसे लंबे समय से भारतीय मूल के सांसद कीथ वाज ने अपनी सीट लीसेस्टर ईस्ट पर अपना कब्जा कायम रखा, जबकि उनकी बहन वलेरी वाज ने वलसाल साऊथ सीट पर जीत दर्ज की। ताजा नतीजों से संकेत मिलता है कि लेबर पार्टी ने भारतीय सांसदों के मामले में अपना रिकाॅर्ड बेहतर किया है।
 

 

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