तालिबान ने मीडिया पर लगाया अंकुश, सरकार के खिलाफ खबरों के प्रकाशन पर लगाया बैन

Tuesday, Nov 30, 2021 - 11:51 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः अफगानिस्तान में तालिबान द्वारा नई मीडिया को लेकर जारी की गई नई गाइडलाइन के बाद अभिव्यक्ति की आजादी खतरे में आ गई है।  तालिबान ने ऐलान किया है कि उसके कथित प्रशासन के खिलाफ किसी भी मीडिया हाउस या न्यूज एजेंसी को समाचार प्रकाशित अथवा प्रसारित करने की इजाजत नहीं और न हीं महिलाएं रिपोर्टिग कर सकेंगी।

 

खामा प्रेस ने अफगानिस्तान पत्रकार सुरक्षा समिति के हवाले से कहा है कि बादक्षण प्रांत के स्थानीय अधिकारियों ने मीडिया हाउसों को समीक्षा और प्रमाणन के बाद ही किसी भी समाचार के प्रकाशन अथवा प्रसारण का आदेश दिया है। AJSC के अनुसार, सूचना एवं संस्कृति विभाग के प्रांतीय निदेशक मुइजुद्दीन अहमदी ने कहा कि महिलाओं को सार्वजनिक रूप से रिपोर्टिग का अधिकार नहीं दिया गया है। महिला मीडिया कर्मी दफ्तर में पुरुषों से अलग काम कर सकती हैं। 

 

तालिबान के इस आदेश के बाद कुछ पत्रकार देश छोड़ चुके हैं, तो कुछ छुप गए हैं। इससे पहले एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि देश के बिगड़ते हालात व तालिबान की बढ़ती क्रूरता के चलते 7000 के करीब पत्रकार व मीडिया कर्मी अफगानिस्तान को छोड़कर भाग गए हैं और  महिलाओं को तो काम भी छोड़ना पड़ा है। मीडिया की मदद करने वाली संस्था एनएआइ का कहना है कि अफगानिस्तान में अबतक 257 मीडिया संस्थान बंद हो चुके हैं, जिसके कारण 70 फीसद मीडियाकर्मी बेरोजगार हो गए हैं।

 

निजी शिक्षा केंद्र संघ के हवाले से स्थानीय मीडिया ने बताया है कि अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से देश के 50 फीसद शिक्षण संस्थान बंद हो चुके हैं। संघ प्रमुख सांझर खालिद का कहना है कि इन संस्थानों के पास पर्याप्त संख्या में छात्र ही उपलब्ध नहीं हैं।

Tanuja

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