जापान के जहाज से तेल रिसाव के बाद मॉरीशस ने की पर्यावरण आपातकाल की घोषणा

Saturday, Aug 08, 2020 - 11:48 PM (IST)

मॉरीशस: हिंद महासागर स्थित में भारत के पड़ोसी मॉरीशस ने  तट पर फंसे जापानी जहाज से कई टन ईंधन का रिसाव शुरू होने के बाद शुक्रवार देर रात 'पर्यावरणीय आपातकाल' का ऐलान कर दिया। सैटेलाइट से ली गई तस्वीरों में उन पर्यावरणीय इलाकों के पास पानी में गहरे रंग का तैलीय पदार्थ फैलता दिखा जिन्हें सरकार ने 'बेहद संवेदनशील' बताया है। 

फ्रांस से की मदद की अपील
मॉरीशस ने कहा है कि जापानी शिप एमवी वाकाशिओ में करीब 4 हजार टन ईंधन भरा था, जिसके रिसाव को बेहद खतरनाक बताया गया है। देश के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ ने इससे पहले दोपहर में कहा था कि उनकी सरकार मदद के लिए फ्रांस से अपील कर रही है। उन्होंने ये भी कहा था कि रिसाव के रूप में आई ये आपदा करीब 13 लाख आबादी वाले उनके देश के लिए 'खतरा' है जो पूरी तरह से पर्यटन पर निर्भर है।

वहीं कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के प्रभावों की वजह से पहले से ही बुरी तरह प्रभावित है। उन्होंने कहा, 'हमारे देश के पास फंसे हुए पोतों को फिर से प्रवाहमान बनाने का कौशल और विशेषज्ञता हासिल नहीं है, इसलिए मैंने फ्रांस और राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों से मदद की अपील की है।' उन्होंने कहा कि खराब मौसम से कार्रवाई करना असंभव हो गया है और 'मुझे इस बात की चिंता है कि रविवार को क्या होगा जब मौसम और खराब हो जाएगा।'

खराब मौसम के चलते हालात और बिगड़ गए
पीएम के मुताबिक “उनके देश के पास ऐसी स्थिति से निपटने के लिए न तो कोई तैयारी है और न ही ऐसी आपदा का सामना करने का तकनीकि कौशल है, इसलिए मैने फ्रांस और राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रो से मदद की अपील की है। अपने बयान में उन्होने ये भी कहा कि खराब मौसम के चलते हालात और बिगड़ गए हैं और मुझे चिंता है रविवार तक और मुश्किल बढ़ सकती है। ऑनलाइन शिप ट्रैकर में देखा गया कि पनामा का झंडा लगा ये जहाज चीन से ब्राजील जा रहा था। और इसकी निचली सतह में दरार का पता चलते ही, टीम ने शिप को खाली कराने की मुहिम शुरू की थी। वहीं हालात काबू करने के लिए करीब 400  सी बूम (Sea booms) लगाए गए हैं। 

Pardeep

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