पाकिस्तान पर लगाया दांव और बन गया करोड़पति !

Thursday, Jun 01, 2017 - 05:08 PM (IST)

इस्लामाबादः एक विदेशी निवेशक पाकिस्तान पर दाव लगाकर करोड़पति बन गया। दरअसल अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने 2 मई 2011 घोषणा की कि पाकिस्तान में अल-कायदा के सरगना ओसामा बिन लादेन को अमरीकी सेना ने मार गिराया है। राजधानी इस्लामाबाद के निकट एक परिसर में उसे गोली मार दी गई थी। पाकिस्तान एक बार फिर गलत कारणों से सुर्खियों में था। पाकिस्तान बदहाली की ओर बढ़ रहा था, लेकिन एक विदेशी निवेशक ने यहां मौका देखा और 10 लाख डॉलर लगाकर 10 करोड़ डॉलर का फंड खड़ा कर लिया।

पाकिस्तान के विदेशी विदेशी भंडार, कमजोर मुद्रा और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की कमी के कारण आर्थिक हालात खराब थे। संभवतः यह दुनिया का आखिरी स्थान था, जहां निवेश के बारे में कोई विदेशी निवेशक अपने पैसे लगाने के बारे में सोचता। मगर, स्वीडिश इक्विटी फंड टुंड्रा फॉन्डर के सीईओ मैटिस मार्टिनसन ने वहां एक मौका तलाश किया। मैटियास मार्टिंससन ने ओसामा के मारे जाने के 6 महीने बाद अक्टूबर 2011 में पाकिस्तान में पहला विदेशी इक्विटी फंड शुरू किया। शुरुआत में कोई उनके साथ पाकिस्तान में निवेश करने को तैयार नहीं था, इसलिए उन्होंने अपनी और पार्टनर्स के 10 लाख डॉलर का निवेश किया। स्टॉक मार्केट में सुधार के बाद आज वह फंड 100 मिलियन डॉलर का हो गया है।

मार्टिंससन ने कहा कि वह  समय एक मुश्किल बिक्री का था। लादेन की मौत के बाद चीजें इतनी बुरी हो गईं कि गिरते हुए शेयरों की कीमतों के कारण उग्र निवेशकों ने एक्सचेंज पर पथराव तक कर दिया। इसके बात अमरीकी सेना ने एक पाकिस्तानी सैन्य अड्डे पर हमला किया और पाकिस्तान ने नाटो की आपूर्ति के लिए मार्गों की नाकाबंदी कर दी। इससे बाजार 10 फीसद और नीचे चला गई। मगर, वह स्टॉक मार्कीट में रहे और साल 2012 में चीजें बदलना शुरू हो गईं। टैक्स माफी के साथ सरकार ने पाकिस्तानी डायस्पोरा को पैसे वापस लगाने के लिए प्रोत्साहित किया। वह बताते हैं कि बाजार में बढ़ोतरी हुई और हमने 3  महीने में पांच करोड़ डॉलर जुटाए। बीते एक दशक में यह भी पहली बार देखा गया कि बाहर जाने से ज्यादा पैसा पाकिस्तान में वापस आ रहा है।

 

 

Advertising