मलाला बनी सबसे कम उम्र की UN शांति दूत

Tuesday, Apr 11, 2017 - 03:37 PM (IST)

संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र के महासचिव अंटोनिया गुटरेस ने नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई करे सबसे कम उम्र की ‘शांति की दूत’ बनाया जिसके बाद मलाला ने कहा कि पुरूषों को महिलाओं के पंख नहीं कतरने चाहिए बल्कि उन्हें उड़ान भरने देना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख की आेर से किसी भी वैश्विक नागरिक को दिया जाने वाला यह सर्वोच्च सम्मान है। पाकिस्तान से ताल्लुक रखने वाली 19 वर्षीय शिक्षा कार्यकर्ता मलाला ने कहा, ‘‘पुरूष, पिता और भाई की भूमिका बेहद अहम होती है। स्वात घाटी में मेरी जैसी कई लड़कियां हैं जो आवाज उठा सकती थीं लेकिन उनके पिता ने उन्हें इसकी मंजूरी नहीं दी, उनके भाई ने उन्हें अनुमति नहीं दी।’’ 

मलाला ने कहा कि उनका अपना मामला अलग था क्योंकि उनके पिता ने कभी उन्हें नहीं रोका। उन्होंने कल आधिकारिक तौर पर संयुक्त राष्ट्र शांतिदूत का सम्मान लेने के बाद कहा, ‘‘मेरे पास एक पिता और एेसा परिवार है जिन्होंने कहा कि ‘हां तुम बोल सकती हो’। मुझे लगता है कि यही हमें चाहिए भी। हमें परिवार में एेसे पिता और भाई की जरूरत है जो महिलाआंे को वे करने की आजादी दे जो वे करना चाहती है।’’ उन्होंने कहा कि उनके पिता लोगों से हमेशा कहते हैं कि मुझसे यह न पूछे कि मैंने मलाला के लिए क्या किया है ‘‘लेकिन ये जरूर पूछे कि मैंने क्या नहीं किया...मैंने उसके पर नहीं कांटे।’’ 

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