वेनेजुएलाः  विवादित राष्‍ट्रपति चुनाव में फिर मादुरो की जीत, गुस्‍से में विपक्ष

Tuesday, May 22, 2018 - 04:41 PM (IST)

कॉरकसः  वेनेजुएला में हुए राष्‍ट्रपति चुनाव में एक बार फिर से निकोलस मादुरो की जीत हुई है। हालांकि उनकी इस जीत से नाखुश विपक्ष ने इस वर्ष के अंत में फिर से चुनाव कराए जाने की मांग की है। विपक्ष लगातार मादुरो को देश में आए आर्थिक संकट के लिए जिम्‍मेदार बताता रहा है। आपको बता दें कि तेल के व्‍यापार पर टिके वेनेजुएला को करीब तीन वर्षों से आर्थिक संकटों से जूझना पड़ रहा है।

आलम ये है कि इस संकट से बचने के लिए हजारों की तादाद में लोगों ने पड़ोसी देशों की शरण ली है। वेनेजुएला हजारों रुपए में एक ब्रैड और लाखों में मीट की कीमत है। ऐसे में विपक्ष लगातार मादुरो को इसके लिए जिम्‍मेदार बताते हुए सत्ता से बेदखल करने की मांग करता रहा है।   बता दें कि वेनेजुएला में पिछले वर्ष संपन्न क्षेत्रीय चुनाव में राष्ट्रपति निकोलस मादुरो की सोशलिस्ट पार्टी ने कुल 23 राज्यों में से 17 में एकतरफा जीत हासिल की थी। वहीं विपक्षी डेमोक्रेटिक यूनियन राउंडटेबल (एमयूडी) के गठबंधन वाले विपक्ष को केवल पांच राज्यों में ही जीत मिली थी।

हालांकि वेनेजुएला में हुआ राष्‍ट्रपति चुनाव शुरू से ही विवादित रहा है। इस बार इस चुनाव में महज 46 फीसद मतदान हुआ। इस दौरान भी कई जगहों पर हिंसा और व्‍यापक विरोध प्रदर्शन हुए थे। इनमें करीब 10 से ज्‍यादा लोगों की मौत हुई है। इसके बावजूद मादुरो ने काराकस में हजारों समर्थकों को संबोधित करते हुए अपनी जीत को ऐतिहासिक बताया। 

उन्होंने कहा कि पहले कभी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को 68% वोट नहीं मिले थे। आपको बता दें कि आधिकारिक नतीजों में मादुरो को 67.7 प्रतिशत मत मिले हैं, जबकि फाल्कन को 21.2 फीसदी ही वोट मिले। तीसरे स्थान पर रहे ईसाई धर्म के प्रचारक जेवियर बटरुची को 11 प्रतिशत वोट मिले। उन्होंने भी नए सिरे से चुनाव कराने की मांग की। इस चुनाव में जीते निकोलस मादुरो 2025 तक के लिए सत्ता पर काबिज हो गए हैं। मादुरो पहली बार वर्ष 2013 में देश के राष्‍ट्रपति बने थे। इससे पहले वह देश के उपराष्‍ट्रपति थे।


 

Tanuja

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