बच्चे की लाश देख फूट-फूटकर रोने लगा फोटोग्राफर, देखें दर्दनाक तस्वीरें
Wednesday, Apr 19, 2017 - 04:05 PM (IST)
नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर एक ऐसा पोस्ट देखने को मिला जिसमें एक सीरियाई फोटोग्राफर ने अपने हाथ में मौजूद कैमरे को नीचे रख दिया, ताकि एक बम धमाके में घायल हुए बच्चे को बचा सके। उसके बाद जब उसने दूसरे बच्चे को देखा, जो वह मर चुका था, वह टूट गया, और फफक-फफककर रोने लगा। पिछले हफ्ते शरणार्थियों को लेकर आ रही बसों का एक काफिला कुछ देर के लिए विद्रोहियों के कब्जे वाले कस्बे में रुका। एक व्यक्ति ने बच्चों को चिप्स के पैकेटों का लालच देकर अपनी तरफ बुलाया और फिर बम फट गया।
इस हमले में 126 लोगों की मौत हुई, जिनमें 80 से ज्यादा छोटे-छोटे बच्चे थे। उसी समय फोटोग्राफर और सामाजिक कार्यकर्ता अब्द अल्कादर हबक पास ही अपने काम में जुटे हुए थे, और कुछ देर के लिए वह भी बेहोश हो गए थे। उन्होंने बताया कि दृश्य बेहद भयावह था खासतौर से छोटे-छोटे बच्चों को अपनी आंखों के सामने तड़पते और मरते देखना तो मैंने अपने साथियों के साथ फैसला किया कि हम लोग अपने कैमरे एक तरफ रख दें, और घायलों को बचाना शुरू कर दें।
@AbdHabak You and your colleagues show us that good is still alive in this awful world. You are heroes. May God keep you all safe, give you strength.🌹
— Bint Abu Banned (@itsmenanice) April 16, 2017
उसने बताया कि वह बच्चे की ओर गया वह मुश्किल से सांस ले पा रहा था, उन्होंने उसे उठाया और एम्बुलेंस की तरफ भागे। हबक ने बताया कि बच्चे ने मेरा हाथ पकड़ा हुआ था, और मुझे देखे जा रहा था। इस सीरियाई फोटोग्राफर की ये तस्वीरें वहीं मौजूद एक दूसरे फोटोग्राफर मोहम्मद अलगरेब ने खींची थी।
Free Syrian journalist Abd Alkader Habak rescuing a child from Fua. No words.#Syria #syrianchildren #journalist pic.twitter.com/EgZJU83dpM
— Aisyah Gozali (@Aisyah_Gozali) April 16, 2017
हबक का कहना है कि उन्हें यह नहीं मालूम है कि वह बच्चा बच पाया या नहीं। उसी समय हबक को एक और बच्चा पेट के बल जमीन पर पड़ा दिखाई दिया। एक और तस्वीर किसी अन्य फोटोग्राफर ने खींची, जिसमें हबक घुटनों के बल बैठकर रो रहा है और उसके पास ही उस बच्चे की लाश पड़ी है।