बड़ी साजिश का हिस्‍सा है लंदन हमला !

Saturday, Mar 25, 2017 - 04:54 PM (IST)

लंदनः  ब्रिटेन की संसद के बाहर हुए आतंकी हमले की जांच करने वाले सुरक्षा अधिकारियों का मानना है कि इसके पीछे अकेला खालिद मसूद नहीं है बल्‍कि यह हमला एक बड़ी साजिश का हिस्‍सा है।  52 वर्षीय मसूद ब्रिटिश नागरिक है और उसका आपराधिक रिकॉर्ड रहा है। डाटफर्ड कैंट में पैदा हुए मसूद का असली नाम एड्रेन एल्म था। बाद में उसने इस्लाम धर्म अपना लिया था। आपराधिक गतिविधि में शामिल होने के कारण मसूद को जेल भी भेजा गया था।

ब्रिटिश में पैदा होने के बाद मुस्‍लिम धर्म को अपनाने वाला मसूद बड़ी साजिश का हिस्‍सा था और इसका खुलासा अब हुआ जब पुलिस ने देश में छापेमारी के दौरान 11 लोगों को हिरासत में लिया और 2 को गिरफ्तार किया जिसमें एक महिला शामिल है। 3कारों को भी फारेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। वेस्‍टमिंस्‍टर हमले में मसूद के साथ शामिल अन्‍य लोगों की तलाश में पुलिस अब भी जुटी है। जांच में यह भी पता चला कि संसद के अहाते से हुंडई कार को टकराने से ठीक पहले 52 वर्षीय मसूद ने व्‍हाट्सऐप मैसेजिंग सर्विस का इस्‍तेमाल किया था।

मसूद ने यह कार किराए पर ली थी। उसके पुराने पते पर रजिस्‍टर नंबर बुधवार रात दो बजकर सैंतीस मिनट तक काम कर रहा था, और उसी वक्‍त दो बजकर 40 मिनट पर इमरजेंसी सर्विसेज को हमले की रिपोर्ट मिलनी शुरू हुई।  आपराधिक मामले दर्ज हुए हैं और उसे सजा भी हो चुकी है। इतना ही नहीं, सुरक्षा एजेंसियों को कुछ कट्टरपंथियों के साथ उसके संबंधों की जानकारी भी थी। करीब एक दशक पहले खालिद ने धर्म परिवर्तन कर इस्लाम अपनाया था। जानकारी के अनुसार, 2005 में इंग्‍लिश टीचर के तौर पर काम करने के लिए मसूद सऊदी अरब गया था और तब से ही इस तरह की कट्टरपंथी गतिविधियों में उसका झुकाव हुआ।

2003 में जेल से दूसरी बार रिहाई के बाद उसने एक मुस्‍लिम महिला फरजाना मलिक से शादी कर ली और 3 बच्‍चों के बाद उसने पत्‍नी को तलाक दे दिया। ऐसा भी कहा जाता रहा कि पूरे दिन मसूद घर के अंदर ही रहता था और अधिकांश समय इंटरनैट पर व्‍यतीत करता था। पुलिस की जांच का एक बड़ा हिस्‍सा यह है कि ऑनलाइन आतंक फैलाने में उसकी भूमिका रही है या नहीं, और उसके पास से बरामद हुए कंप्‍यूटर और टैबलेट की जांच की जा रही है। दूसरी ओर स्कॉटलैंड यार्ड ने बताया आतंकी गतिविधि में शामिल होने के संदेह में लंदन और बर्मिंघम से 5 पुरुष और 3 महिलाओं को गिरफ्तार किया गया है। 7 संदिग्धों की उम्र 21-39 के बीच है। एक अन्य छापे में 58 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है।

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