Lockdown से इन 4 देशों ने Coronavirus पर लगाई लगाम, जानिए क्या कहते हैं आंकड़े

Friday, Apr 10, 2020 - 06:52 PM (IST)

चीन: चीन के वुहान और हुबेई प्रांत से शुरु हुआ कोरोना वायरस ने दुनिया भर में कहर मचाकर रखा हुआ है। विश्व के अधिकतर देशों (205 देशों और क्षेत्रों) में फैल चुके इस संक्रमण के कारण अब तक 95080 लोगों की मौत हो चुकी है तथा 1592036 लोग इससे संक्रमित हुए हैं। वहीं चार ऐसे देश में जहां पर  60 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। कोरोना वायरस ने धरती की आधी आबादी को घर में रहने पर मजबूर कर दिया है।आईए जानते हैं वो 5 देशों  जिन्होंने Lockdown से  Coronavirus पर लगाम लगाई। 

इटली
कोरोना वायरस को हराने के लिए इटली सबसे  ज्यादा जोर लगा रहा है क्योंकि  वहां पर इस वायरस से मरने वाली संख्या काफी तेजी से बढ़ी है। ये वही देश है जहां पर मृत्यु दर सबसे ज्यादा देखी गई। लॉकडाउन से पहले इटली में कोरोना पॉजिटिव के मामले 38% की रफतार से बढ़ रहे थे लेकिन लॉकडाउन के बाद इस रफ्तार पर लगाम लगाई गई  और ये रफ्तार 5% पर आ गई।
 

स्पेन
स्पेन में लगातार कोरोना वायरस से संक्रमितों के आंकड़ों में इजाफा हो रहा है। बीती शाम तक यहां पर 1,50,000 से ज्यादा कोरोनावायरस केस आ चुके हैं 15,843 लोगों की जान चली गई है। यहां 55,668 लोग ठीक भी हो चुके हैं। आपको बता दें कि स्पेन में 14 मार्च को लॉकडाउन लगाया गया। लॉकडाउन के बाद  पहले हफ्ते कोरोना पॉजिटिव केसों की रफ्तार 25 फीसदी पर आ गई। वहीं दसूरे हफ्ते 18% और तीसरी हफ्ते 9 % हो गई। 
 

फ्रांस
वायरस की चपेट में आने के बाद फ्रांस में 16 मार्च से लॉकडाउन लगा दिया गया जिसके बाद कोरोना पॉजिटिव केस में काफी गिरावट देखी गई। जब 16 मार्च को फ्रांस में लॉकडाउन लगा दिया गया तो यहां भी कोरोना की रफतार में कमी देखी गई। ये रफ्तार 35 फीसदी से घटकर  13 फीसदी पर आ गई है। 

जर्मनी
 एक ओर पूरा विश्व इस महामारी के चपेट में है तो वहीं जर्मनी अपने देश में इस संकट को कुछ हद तक कंट्रोल करने में कामयाब रहा है। जर्मनी में बढ़ते मामले को देखते हुए 22 मार्च से वहां लॉकडाउन लागू है, साथ ही एक साथ दो लोगों को इकट्ठा होने पर भी पाबंदी लगाई थी। इस लॉकडाउन का असर अब दिखने लगा है, इन पाबंदियों से पहले वहां पर रोजाना 31 फीसद की रफ्तार से कोरोना के मामले सामने आ रहे थे। लॉकडाउन के बाद प्रतिदिन 10 फीसद की औसत और अब पिछले तीन दिनों में यह रफ्तार 4 फीसद ही रही।

Anil dev

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