नया कारनामा करने की तैयारी में चीनी वैज्ञानिक, बनाए एक जैसे दिखने वाले 5 बंदर

Friday, Jan 25, 2019 - 01:03 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः चीन में वैज्ञानिकों ने जीन को संपादित करने के बाद पांच बंदरों का क्लोन बनाने में सफलता प्राप्त कर ली है। वैज्ञानिकों का दावा है कि यह क्लोन अल्जाइमर जैसी कई बड़ी बीमारियों पर होने वाले मेडिकल शोध में मदद करेंगे। चीनी शोधकर्ताओं ने यह घोषणा क्लोन से पैदा किए बंदर की फोटो के साथ की। चीनी वैज्ञानिकों ने जीन-एडिटेड मैकाक से सर्कैडियन रिदम विकारों के साथ पांच बंदरों का क्लोन बनाया है, जो नींद की समस्याओं, अवसाद और अल्जाइमर रोग से जुड़े शोध में मदद करेंगे। यह पहली बार है कि जीन-संपादित बंदर से बायोमेडिकल रिसर्च के लिए कई क्लोन बनाए गए हैं।

चीनी वैज्ञानिकों ने गुरुवार को बंदर की क्लोनिंग की घोषणा चीनी पत्रिका ‘नेशनल साइंस रिव्यू’ में प्रकाशित दो लेखों के साथ की। क्लोन किए गए बंदरों का जन्म शंघाई स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरोसाइंस ऑफ चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज में हुआ। शोधकर्ताओं का कहना है कि सर्कैडियन रिदम के विकार कई मानव रोगों से जुड़े हैं, जिनमें नींद संबंधी विकार, अवसाद, मधुमेह मेलेटस, कैंसर और न्यूरो संबंधी रोग और अल्जाइमर शामिल हैं। यह आधुनिक क्लोन शोध इन रोगों को दूर करने में मदद करेगा।

गौरतलब है कि चीन में नौ साल के सेलेब्रिटी कुत्ते ‘जूस’ की तरह ही दिखने वाला ‘मिनी मी’ को वैज्ञानिकों ने क्लोन तकनीक से तैयार किया। चीन की कॉमेडी फिल्मों में ‘जूस’ की खास भूमिका वाली फिल्में लोगों को खूब हंसाती हैं, लेकिन अब वह बूढ़ा हो चला है। जूस की जगह पर मिनी मी को चीनी फिल्मी पर्दे पर उतारा जा सके, इसके लिए बीजिंग की बायोटेक फर्म सिनोजेन ने जूस का क्लोन बनाया है। 26 नवंबर 2018 को मिनी मी का जन्म हुआ।

Isha

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