ब्रिटेन का यूरोपीय संघ से 'तलाक', जानें पूरा घटनाक्रम

Saturday, Feb 01, 2020 - 10:56 AM (IST)

लंदनः ब्रिटेन का 47 साल बाद आखिर यूरोपीय संघ  (EU) से 'तलाक' हो गया। ब्रिटेन लगभाग 5 दशक तक EU का सदस्य रहने के बाद शुक्रवार रात 11 बजे अंतत: इससे अलग हो गया। ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से अलग होने का घटनाक्रम इस प्रकार हैं:

  • 23 जनवरी 2013 : प्रधानमंत्री डेविड कैमरून ने वादा किया कि अगर उनकी कंजर्वेटिव पार्टी 2015 के आम चुनाव जीत जाएगी तो यूरोपीय संघ की सदस्यता में बने रहने या उससे बाहर निकलने पर जनमत संग्रह कराया जाएगा।
  • 7 मई 2015 : कंजर्वेटिव ने लेबर पार्टी पर जीत हासिल की और हाउस ऑफ कॉमंस में बहुमत हासिल किया।
  • 23 जून 2016 : ब्रिटेन ने यूरोपीय संघ से अलग होने पर ऐतिहासिक जनमत संग्रह किया। 52 प्रतिशत लोगों ने ब्रेक्जिट का समर्थन किया। डेविड कैमरून ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दिया।
  • 13 जुलाई 2016 : थरेसा मे ने कंजर्वेटिव पार्टी के नेता पद का चुनाव जीता और प्रधानमंत्री बनीं।
  • 18 अप्रैल 2017 : थरेसा मे ने ब्रिटेन में 8 जून को मध्यावधि चुनाव कराने की घोषणा की।
  • 8 जून 2017 : थरेसा मे ने हाउस ऑफ कॉमन्स में बहुमत गंवाया।
  • 19 मार्च 2018 : ब्रिटेन और यूरोपीय संघ ने ब्रिटेन के अलग होने पर एक मसौदा समझौता प्रकाशित किया लेकिन समझौते पर पूर्ण सहमति नहीं बनी।
  • 8 जुलाई 2018 : ब्रिटेन के ब्रेक्जिट मंत्री डेविड डेविस ने विरोध में इस्तीफा दिया। विदेश मंत्री बोरिस जॉनसन ने भी इस्तीफा दिया।
  • 15 जनवरी 2019 : सांसदों ने मे की ब्रेक्जिट योजना को ऐतिहासिक मतदान में 202 के मुकाबले 432 मतों से गिराया।
  • 20 मार्च 2019 : मे ने यूरोपीय संघ से ब्रेक्जिट को 29 मार्च के बजाय 30 जून तक टालने के लिए कहा।
  • 29 मार्च 2019 : सांसदों ने मे के ब्रेक्जिट समझौते को उसी दिन खारिज किया जिस दिन उसे यूरोपीय संघ से अलग होना था।
  • 7 जून 2019 : मे ने आधिकारिक रूप से इस्तीफा दिया।
  • 23 जुलाई 2019 : बोरिस जॉनसन कंजर्वेटिव पार्टी के नेता चुने गए और ब्रिटेन के नये प्रधानमंत्री बने।
  • 3 अक्टूबर 2019 : ब्रिटेन सरकार ने ब्रसेल्स को नयी ब्रेक्जिट योजना भेजी। 17 अक्टूबर 2019 : ब्रिटेन और यूरोपीय संघ ने एलान किया कि उन्होंने नया ब्रेक्जिट समझौता कर लिया है।
  • 28 अक्टूबर 2019 : यूरोपीय संघ ब्रिटेन को ब्रेक्जिट के लिए 31 जनवरी तक की समय सीमा देने पर राजी हुआ।
  • 29 अक्टूबर 2019 : हाउस ऑफ कॉमन्स ने 12 दिसंबर को आम चुनाव की मंजूरी दी।
  • 12 दिसंबर 2019 : प्रधानमंत्री जॉनसन ने आम चुनाव जीता और कॉमंस में 80 सीटों के साथ बहुमत हासिल किया।
  • 23 जनवरी 2020 : ब्रिटेन का ईयू से अलग होने का विधेयक संसद से पारित होने के बाद कानून बना।
  • 29 जनवरी 2020 : यूरोपीय संसद ने ब्रेक्जिट समझौते को मंजूरी दी जिसके तहत ब्रिटेन 31 जनवरी को ईयू से अलग हो जाएगा।
  • 31 जनवरी 2020 : ब्रिटेन आधिकारिक रूप से ईयू से अलग हुआ। 

 

बोरिस जॉनसन ने कहा-यह नए युग की शुरुआत
बता दें कि  ब्रिटेन ईयू से बाहर निकलने वाला पहला देश है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने ब्रेक्जिट के कुछ क्षण पहले अपने संबोधन में इस ऐतिहासिक क्षण को एक नई सुबह करार दिया था। ब्रिटेन रात 11 बजे ईयू से अलग हो गया। उन्होंने कहा, ‘‘यह कोई कानूनी समाधान नहीं है। यह संभवत: वास्तविक राष्ट्रीय पुनर्जागरण और बदलाव है। यह एक नए युग की सुबह है और जिसमें आपके जीवन और आपके परिवार का जीवन इस बात पर निर्भर नहीं करेगा कि आप देश के किस हिस्से में बड़े हुए हैं।''

ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के बीच बनी सहमति के तहत शनिवार से लेकर दिसंबर तक की अवधि में बदलाव की प्रक्रिया पूरी होगी और इसी के मद्देनजर तत्काल कोई खास बदलाव नहीं देखा जाएगा। जॉनसन ने कहा कि चाहे वह आव्रजन पर नियंत्रण हो या मुक्त बंदरगाह बनाना हो या फिर हमारे मत्स्य उद्योग को स्वतंत्र करना हो या फिर स्वतंत्र रूप से कारोबारी समझौते करना हो...यह करना लोकतांत्रिक है।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं सभी भावनाओं को समझता हूं और सरकार के रूप में हमारा काम-मेरा काम- इस देश को साथ लाना और आगे ले जाना है।'' वहीं ब्रिटेन की सरकार ‘ ग्रेट रेडी टू ट्रेड' अभियान की शुरुआत 13 देशों में शनिवार से करेगी इसमें भारत भी शामिल है। जॉनसन ने बार-बार भारत के साथ ‘नए और बेहतर' कारोबारी संबंध बनाने को दोहराया है। 

Tanuja

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