किंग चार्ल्स ने भाई प्रिंस एंड्रयू से सभी खिताब और सम्मान छीने, रॉयल लॉज से भी निकालने का आदेश

punjabkesari.in Friday, Oct 31, 2025 - 01:28 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः ब्रिटेन के बकिंघम पैलेस ने गुरुवार को एक बड़ा ऐलान किया। पैलेस ने बताया कि किंग चार्ल्स III ने अपने छोटे भाई प्रिंस एंड्रयू से उनके सभी शेष शाही खिताब (Titles) और सम्मान (Honours) वापस लेने का फैसला किया है। साथ ही, उन्हें उनके शाही आवास रॉयल लॉज (Royal Lodge) से भी बाहर किया जा रहा है।

बकिंघम पैलेस के बयान में कहा गया, “महामहिम (His Majesty) ने आज औपचारिक रूप से प्रिंस एंड्रयू के सभी टाइटल्स, स्टाइल और ऑनर्स को समाप्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।” इस फैसले के बाद अब एंड्रयू को किसी भी शाही उपाधि से नहीं पुकारा जाएगा।

बयान के मुताबिक, “अब उन्हें एंड्रयू माउंटबैटन विंडसर (Andrew Mountbatten Windsor) के नाम से जाना जाएगा। उनके पास रॉयल लॉज का जो लीज (किरायानामा) था, उसके तहत उन्हें अब तक कानूनी सुरक्षा मिली हुई थी, लेकिन अब औपचारिक नोटिस जारी कर दिया गया है, ताकि वह यह संपत्ति छोड़कर निजी आवास में जा सकें।” पैलेस ने कहा कि यह कदम “आवश्यक” है, भले ही प्रिंस एंड्रयू ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों से इनकार किया है।

क्यों लिया गया यह फैसला?

65 वर्षीय प्रिंस एंड्रयू, दिवंगत रानी एलिजाबेथ द्वितीय और प्रिंस फिलिप के तीसरे बेटे हैं। बीते कुछ वर्षों से उनका नाम अमेरिकी अरबपति और दोषी यौन अपराधी जेफ्री एप्स्टीन (Jeffrey Epstein) से जुड़े विवादों के कारण लगातार सुर्खियों में रहा है। एंड्रयू पर आरोप है कि उन्होंने एप्स्टीन की करीबी वर्जीनिया रॉबर्ट्स गियुफ्रे (Virginia Roberts Giuffre) के साथ अवैध संबंध बनाए थे, जब वह नाबालिग थी। हालांकि, एंड्रयू ने हमेशा इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है। इन विवादों के चलते पहले ही एंड्रयू को उनके “ड्यूक ऑफ यॉर्क (Duke of York)” का खिताब छोड़ना पड़ा था। लेकिन अब बढ़ते जनदबाव और मीडिया आलोचना के बीच किंग चार्ल्स ने शाही परिवार की छवि बचाने के लिए यह कड़ा कदम उठाया है।

रॉयल लॉज से भी बाहर होंगे

प्रिंस एंड्रयू कई दशकों से विंडसर के पास स्थित रॉयल लॉज में रह रहे थे, जो एक ऐतिहासिक शाही संपत्ति है। हालांकि अब उन्हें वैकल्पिक निजी आवास में जाने के लिए कहा गया है। माना जा रहा है कि यह कदम शाही परिवार से एंड्रयू की पूरी दूरी का संकेत है। ब्रिटिश मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, किंग चार्ल्स III यह दिखाना चाहते हैं कि “राजशाही की गरिमा” किसी भी व्यक्ति से ऊपर है चाहे वह परिवार का सदस्य ही क्यों न हो।


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Content Writer

Pardeep