खशोगी की मौत को लकेर खतरे में पड़ा प्रिंस सलमान का ताज, सऊदी फैमिली में बगावत शुरू

Tuesday, Nov 20, 2018 - 01:03 PM (IST)

इंटरनैशनल डेस्कः सऊदी अरब ने इस बात को स्वीकार कर लिया है कि उसके तुर्की के इस्तांबुल स्थित दूतावास में पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या कर दी गई थी। इस बात के सामने आने  सऊदी अरब के शासक परिवार के कुछ सदस्यों ने क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को राजा बनने से रोकने के लिए आंदोलन शुरू करने की तैयारी में है। दुनिया में खासी सुर्खियां बटोर रहे खाशोगी मर्डर (Jamal Khashoggi murder) के बाद सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (Mohammad Bin Salman) की गद्दी खतरे में पड़ सकती है। सीएनबीसी ने सूत्रों के हवाले से एक रिपोर्ट पब्लिश की है  जिसमें कहा गया है कि रॉयल फैमिली के कुछ मेंबर ही सलमान को किंग बनाए जाने का विरोध कर रहे हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस घटना में नाम सामने आने के बाद सऊदी की प्रतिष्ठित अल सॉद फैमिली की कई पावरफुल ब्रांच से संबंधित दर्जनों प्रिंस और चचेरे भाई सऊदी प्रिंस के खिलाफ सामने आ गए हैं। फैमिली उत्तराधिकार प्लान में बदलाव चाहती है, लेकिन 82 वर्षीय किंग सलमान के जीवित रहने तहत ऐसा नहीं किया जाएगा। किंग सलमान, प्रिंस के पिता हैं। उन्होंने माना कि किंग के अपने चहेते बेटे के खिलाफ कदम उठाने की उम्मीद कम है। हालांकि सूत्रों ने कहा कि वे अन्य फैमिली मेंबर्स के साथ किंग की मृत्यु के बाद उनके छोटे भाई 76 वर्षीय प्रिंस अहमद बिन अब्दुलअजीज को ताज सौंपने पर चर्चा कर रहे हैं। प्रिंस अहमद, किंग सलमान के एक मात्र जीवित छोटे भाई हैं। सऊदी के सूत्रों ने कहा कि उन्हें फैमिली मेंबर्स, सेना और कुछ वेसर्टन पावर्स का भी सपोर्ट मिलेगा।

क्या है पूरा मामला 
गौरतलब है कि वाशिंगटन पोस्ट के पत्रकार जमाल खगोशी 2 अक्टूबर को तुर्की के इस्तांबुल में स्थित सऊदी अरब के दूतावास गए, लेकिन वहां उनकी हत्या कर दी गई। इस मामले में सऊदी प्रिंस सलमान पर उंगलियां उठ रही हैं। सऊदी अरब के नागरिक रहे खशोगी वॉशिंगटन पोस्ट के लिए लिखते थे। उनके सऊदी के शाही परिवार से अच्छे रिश्ते थे, लेकिन बीते कुछ महीनों से वे प्रिंस सलमान के खिलाफ लिख रहे थे। हत्या के इस मामले से संबंध रखने वाले कुल 21 अधिकारियों को हिरासत में रखा गया है। इनमें से 11 का नाम जांच के दौरान सामने आया था।

हत्या से जुडी रिकॉर्डिंग भी आई सामने
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भी पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या से जुड़ी ऑडियो रिकॉर्डिंग मौजूद होने की पुष्टि की है हालांकि, उन्होंने खुद क्लिप सुनने से इनकार किया। खुफिया एजेंसी की जांच में ये बात सामने आई थी है कि पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के पीछे सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान का हाथ है।  

Isha

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