मानवाधिकार मामलाः ​​​​​​​केन्या में ब्रिटिश आर्मी के खिलाफ जांच शुरू, UK ने साधी चुप्पी

Wednesday, Aug 16, 2023 - 01:30 PM (IST)

नैरोबीः केन्या की संसदीय समिति ने दशकों से देश में संचालित ब्रिटिश सेना की प्रशिक्षण इकाई द्वारा कथित रूप से किये गये मानवाधिकार उल्लंघन एवं नैतिक उल्लंघनों की जांच शुरू की है। ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को इस संबंध में पूछे गये सवाल पर तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की। केन्या में ब्रिटेन के करीब 200 सैन्यकर्मी स्थायी रूप से हैं और उनमें से ज्यादातर सालभर पहले तक 1000 से अधिक केन्याई सैनिकों को प्रशिक्षण दे रहे थे लेकिन अब उन्हें अलकायदा से सबद्ध एवं पूर्वी अफ्रीक में सक्रिय ‘अल-शबाब' का मुकाबला करने के लिए पड़ोसी देश सोमालिया में तैनात किया गया।

 

ब्रिटिश सरकार समझौते के तहत केन्या में हर साल 96 लाख डॉलर से अधिक धनराशि निवेश करती है। हालांकि, कुछ केन्याई नागरिकों ने सैन्य प्रशिक्षण के दौरान ब्रिटिश बलों द्वारा स्थानीय लोगों एवं पर्यावरण के साथ बर्ताव के तौर तरीके को लेकर चिंता प्रकट की। केन्याई पुलिस ने 2021 के उत्तरार्ध में कहा था कि वह एगनेस वानजिरू नामक एक महिला की हत्या के मामले की नए सिरे से जांच शुरू कर रही है। 2012 में एक ब्रिटिश सैनिक ने कथित रूप से वानजिरू की हत्या कर दी थी और उसका शव सेप्टिक टैंक में मिला था।

 

एक अधिकार समूह और स्थानीय लोगों ने 2021 में अदालत का रुख किया था और आरोप लगाया था कि ब्रिटिश सेना ने सैन्य अभ्यास के दौरान वन्यजीव अभयारण्य में आग लगायी जिसकी वजह से 10,000 एकड़ में लगे जंगल नष्ट हो गए। केन्याई सांसदों ने ब्रिटिश सैनिकों पर स्थानीय अदालत में हत्या का मुकदमा चलाने की सिफारिश करने वाले प्रस्ताव को इस साल अप्रैल में पारित किया था। वहीं, ब्रिटिश सरकार ने कहा है कि वह वानजिरू मामले में सहयोग कर रही है। संसदीय समिति के अध्यक्ष नेल्सन कोएच ने इस साल के प्रारंभ में कहा था कि जांच से पीड़ित केन्याई नागरिकों को अंतत: इंसाफ का मौका मिलेगा।  

Tanuja

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