पाकिस्तान में एक माह में 3 पत्रकारों पर हमला, क्वेटा में जर्नलिस्ट की गोली मारकर हत्या

Monday, Apr 26, 2021 - 02:11 PM (IST)

 क्वेटाः पाकिस्तान पत्रकारों के लिए दुनिया के सबसे खतरनाक देशों में से एक बना हुआ है।  पाकिस्तान में  शनिवार शाम को  क्वेटा के बैंक कॉलोनी इलाके में  लूट के दौरान एक पत्रकार की गोली मारकर हत्या कर दी गई । पुलिस के अनुसार  पत्रकार अब्दुल वाहिद रायसानी कल शाम अपने कार्यालय से घर जा रहे थे जब लुटेरों ने काम्ब्रानी रोड के पास उनकी मोटरसाइकिल छीनने की कोशिश की। संघर्ष के दौरान लुटेरों ने गोलियां चलाईं जिनमें से एक  रायसानी के सीने पर लगी और उनकी मौत हो गई। बलूचिस्तान यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स ने इस घटना की कड़ी निंदा की और रायसानी की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है।

 

बता दें कि  पाकिस्तान में पत्रकारों पर लगातार हमले बढ़ रहे हैं।  एक माह में पत्रकारों पर  हमले की यह तीसरी घटना है। पिछले सप्ताह के शुरू में भी वरिष्ठ पत्रकार और पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया प्राधिकरण (पेमरा) के पूर्व अध्यक्ष, अबसार आलम को इस्लामाबाद में गोली मार दी गई थी। पत्रकार असद तूर द्वारा साझा किए गए वीडियो में, आलम को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि उसे अपने घर के बाहर चलते समय गोली मार दी गई थी। इसके अलावा इसी महीने की शुरुआत में खैबर पख्तूनख्वा के करक में एक स्थानीय पत्रकार वसीम आलम की अज्ञात व्यक्तियों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

 

काउंसिल ऑफ पाकिस्तान न्यूजपेपर एडिटर्स '(CPNE) मीडिया फ्रीडम की  रिपोर्ट के अनुसार केवल 2020 में पाकिस्तान में  कम से कम 10 पत्रकारों की हत्या कर दी गई और कई अन्य को धमकी दी गई, अपहरण व प्रताड़ित और गिरफ्तार किया गया। इमरान खान सरकार द्वारा पत्रकारों को प्रताड़ित करने और मारने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है । रिपोर्ट में कहा गया, "यह गंभीर चिंता का विषय है कि देश की कानूनी प्रणाली पत्रकारों की सुरक्षा और उन्हें न्याय दिलाने में असफल साबित हो रही है।" पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक अपराध अधिनियम 2016 (PECA) के तहत देश की सेना की आलोचना करने पर अधिक से अधिक लेखकों को गिरफ्तार किया जा रहा है।

Tanuja

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