इजरायल को भारत से बड़ी उम्मीद लेकिन...

Tuesday, Jul 04, 2017 - 11:49 AM (IST)

येरुशलमः  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'ऐतिहासिक' दौरे को लेकर इजरायल काफी आशान्वित है। अपने निर्यात को बढ़ावा देने के लिए उसकी नजर भारत के मजबूत मध्‍यम वर्गीय आधार पर टिकी हुई है। मगर मुक्‍त व्‍यापार समझौते (एफटीए) पर स्‍थगित वार्ता को लेकर संशय बरकरार है। गौरतलब है कि मोदी अपने 3 दिवसीय दौरे के तहत आज इजरायल रवाना हो गए हैं।

इजरायली उद्योग मंत्री एली कोहेन ने कहा कि हमारे लिए भारत एक प्रमुख आयात बाजार है। भारत के साथ मजबूत होते संबंधों और भारतीय प्रधानमंत्री के इस दौरे से सुरक्षा निर्यातों में बढोतरी के साथ उत्‍पाद एवं सेवाओं में व्‍यापार में वृद्धि होगी। कोहेन ने जोर देते हुए कहा कि भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था इजरायली निर्यातों के लिए एक प्रमुख केंद्र बनती जा रही है।

एफटीए को लेकर भारत और इजरायल के बीच करीब सात साल पहले ही मध्‍यस्‍थता की शुरुआत हो गई थी। इसको लेकर पहला दौर 26 मई 2010 को आयोजित हुआ था, मगर अब तक इसको लेकर मामला अटका हुआ है। इजरायली विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी का कहना है कि कुछ नए विकास हुए हैं जो दोनों देशों के बीच आर्थिक क्षमता का एहसास कराने में मदद करेंगे।

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