पनामा पेपर मामले में लंदन में खंगाले जाएंगे नवाज के खिलाफ सबूत

Tuesday, Oct 10, 2017 - 05:39 PM (IST)

इस्लामाबादः पनामा पेपर लीक मामले में फंसे पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। नैशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (एनएबी) की टीम उनकी संपत्तियों का ब्योरा इकट्ठा करने के लिए लंदन जाने वाली है। वहीं, भगोड़ा घोषित हुए उनके बेटों हसन और हुसैन के खिलाफ इंटरपोल से रेड वारंट जारी कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एनएबी ने इस बाबत ब्रिटिश सरकार को पत्र लिखा था, लेकिन अभी तक उसका जवाब नहीं आया है।

सूत्रों ने बताया कि उत्तर नहीं मिलने पर एनएबी का एक दल ब्रिटेन जाकर जांच को आगे बढ़ाएगा। जांच टीम एनएबी कोर्ट में शुक्रवार से पहले रिपोर्ट जमा कराने की कोशिश करेगी, ताकि शरीफ, उनकी बेटी मरयम और बेटे हसन एवं हुसैन के खिलाफ तय तिथि पर आरोप तय किए जा सकें। टीम शरीफ परिवार के व्यावसायिक समझौतों के बारे में भी जानकारी जुटाएगी।

ब्यूरो के उप लोक महाभियोजक चौधरी खलिकुज जमान ने कहा, 'शरीफ के बेटों को भगोड़ा घोषित किया गया है, लिहाजा पाकिस्तान उनकी संपत्तियों को जब्त कर सकता है। रेड वारंट जारी होने के बाद ब्रिटेन से उनके प्रत्यर्पण की मांग की जा सकेगी। मौजूदा समय में दोनों देशों के बीच प्रत्यर्पण संधि नहीं है, ऐसे में रेड वारंट काम करेगा।' विशेष कोर्ट ने हसन और हुसैन के मामलों को शरीफ, मरयम और सफदर के केस से अलग कर दिया है।

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