काबुल हवाई अड्डे से आई दिल दहलाने वाली तस्वीर, मां-बाप ने अमेरिकी सेना के हाथ सौंपा अपना दुधमुंहा बच्चा
Friday, Aug 20, 2021 - 01:32 PM (IST)
इंटरनेशनल डेस्क: तालिबान से सबसे ज्यादा जोखिम का सामना कर रही शिक्षित युवा महिलाएं, अमेरिका सेना के पूर्व अनुवादकों और अन्य अफगानों ने बाइडन प्रशासन से उन्हें निकासी उड़ानों में ले जाने का आग्रह किया है जबकि अमेरिका काबुल हवाईअड्डे पर जारी अव्यवस्था को ठीक करने में संघर्ष करता दिखा हुआ दिखाई दे रहा है।
वहीं काबुल हवाई अड्डे का एक बेहद ही दिल को दहला देने वाली तस्वीरें वायरल हो रही है जिसमें एक मां-बाप अपने दुधमुंहे बच्चे की जान बचाने के लिए उसे अमेरिकी सेना के जवानों के हाथ में सौंप रहे हैं। तस्वीरों में देखा जा सकता है कि कैसे अमेरिकी सेना के जवान दीवार पर उस तरफ से महिला से उसके बच्चे को ले रहे हैं।
अफगानों ने तालिबान शासन से तेजी से निकालने की अमेरिका से गुहार लगाई
वहीं अमेरिकी सेना के साथ उनके काम के चलते खतरे में पड़े अफगान नागरिक और बाहर निकलने को बेताब अमेरिकी नागरिकों ने भी वाशिंगटन से लालफीताशाही में कटौती करने की अपील की है जिसके बारे में उनका कहना है कि अगर आने वाले दिनों में अमेरिकी बल योजना के मुताबिक अफगानिस्तान से लौटते हैं तो हजारों कमजोर अफगान परेशानी में फंस सकते हैं। गैर सरकारी संगठन ‘एसेंड' की अमेरिकी प्रमुख मरीना केलपिंस्की लेग्री ने कहा, “अगर हम इसे नहीं सुलझाते हैं, तो हम सचमुच लोगों की मौत का आधिकारिक आदेश दे रहे होंगे।” कई दिनों से जारी आंसू गैस और गोलियों की बौछार के बीच संगठन की युवा अफगान महिला सहकर्मी हवाई अड्डे पर उड़ानों की प्रतीक्षा कर रहे लोगों की भीड़ में शामिल हैं। अमेरिका ने हवाई अड्डे को सुरक्षित करने के लिए सैनिकों, परिवहन विमानों और कमांडरों को भेजा है, तालिबान से सुरक्षित मार्ग की गारंटी मांगी है और एक दिन में 5,000 और 9,000 लोगों को लाने-ले जाने के लिए उड़ानें बढ़ा दी हैं।
तालिबान के कब्जे के बाद हजारों अफगान देश छोड़ रहे
अफगानिस्तान पर तालिबान के नियंत्रण के बाद बड़ी संख्या में अफगान नागरिक देश से बाहर जाने के लिए प्रयासरत हैं। ऐसे में अफगानिस्तान की सीमा से लगे क्षेत्रों में सक्रिय पाकिस्तानी मानव तस्करों के कारोबार में खासी वृद्धि हुयी है। तालिबान के शासन से बचने के लिए हजारों अफगान देश से भाग रहे हैं और बेहतर जीवन की तलाश में अमेरिका और यूरोप सहित विभिन्न देशों में शरण मांग रहे हैं। अफगानिस्तान से लगती चमन-स्पिन बोल्डक सीमा के पास एक छोटे से कस्बे से ‘काम कर रहे' हमीद गुल ने टेलीफोन पर पीटीआई से कहा, “तालिबान के काबुल में प्रवेश करने से पहले से ही कारोबार फल-फूल रहा है। हमने पिछले हफ्ते से अब तक सीमा पार से करीब 1,000 लोगों की तस्करी की है।'' हालांकि गुल ने यह नहीं बताया कि वे अफगान लोगों को पाकिस्तान में लाने के लिए कितने पैसे लेते हैं। लेकिन गुल ने यह भी पुष्टि की कि उसके जैसे कई अन्य लोग सीमावर्ती शहरों से काम कर रहे हैं। गुल ने कहा, "ये लोग इस बात से डर रहे हैं कि तालिबान शासन में क्या होगा ?