कोरोना वायरस के कारण लगातार दूसरे वर्ष फीका रहा ईद का जश्न

Thursday, May 13, 2021 - 07:33 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण मुस्लिम समुदाय के लोग बृहस्पतिवार को लगातार दूसरे वर्ष ईद-उल-फित्र हर्षोल्लास से नहीं मना सके। महामारी के कारण मस्जिदें बंद रहीं और इस त्योहार को मनाने के लिए परिवार के लोग एकजुट नहीं हो पाए। गाजा पट्टी में इजराइली जंगी जहाज़ों की बमबारी के बीच क्षेत्र पर शासन करने वाले हमास ने लोगों से अपने घरों में या नजदीकी मस्जिदों में ईद की नमाज अदा करने और खुले में आने से बचने की गुजारिश की है। हसन अबू शाबान ने कहा, यह हवाई हमलों की तबाही की वजह से है। उन्होंने राहगीरों को चॉकलेटें बांटी हैं। इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में सड़कों पर लोग सामूहिक नमाज के लिए एकत्रित हुए, उन्होंने मास्क पहन रखे थे। कम जोखिम वाले इलाकों में मस्जिदों में नमाज की अनुमति दी गई लेकिन अधिक जोखिम वाले क्षेत्रों में मस्जिदें बंद रहीं। दक्षिणपूर्वी एशिया की सबसे बड़ी मस्जिद, जकार्ता स्थित इस्तिकला ग्रांड मस्जिद भी ईद पर बंद रही। 

इंडोनेशिया तथा मलेशिया में ईद पर लगातार दूसरे साल लोगों को अपने संबंधियों के घर जाने के लिए यात्रा करने की इजाजत नहीं थी। बांग्लादेश में, हजारो लोग अपने परिवारों के साथ ईद मनाने के लिए राजधानी ढाका से अपने गांवों की ओर रवाना हो रहे हैं। हालांकि देश में राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लगा हुआ है। विशेषज्ञों ने देश में मामलों के बढऩे की आशंका व्यक्त की है जो टीके की कमी से जूझ रहा है। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने टेलीविजन पर संबोधन में कहा, ऐसे समय पर हमें अपने रिश्तेदारों की कमी खलती है, खासकर ईद के मौके पर। लेकिन अपने घरों को नहीं जाकर और समूह में इकठ्ठे न होकर हमें सुरक्षा को प्राथमिकता देनी होगी। पिछले वर्ष भी ईद के मौके पर इसी तरह की पाबंदियां थीं बावजूद इसके ईद की छुट्टी के तीन हफ्ते बाद इंडोनेशिया में संक्रमण के दैनिक मामले 37 फीसदी तक बढ़ गए थे। जकार्ता के गर्वनर ने मॉल, रेस्त्रां आदि को बंद करने के आदेश दिए हैं। 

स्वास्थ्य मंत्री बुडी गुनाडी सादिकीन ने चिंता जताई है कि यात्रा पर प्रतिबंध के बावजूद लोग आना जाना करेंगे और वायरस के मामले बढ़ सकते हैं। दक्षिण फिलीपीन में कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते और सरकारी बलों तथा मुस्लिम चरमपंथियों के बीच संघर्ष के कारण बड़े पैमाने पर सार्वजनिक तौर पर नमाज अता करने की इजाजत नहीं दी गई है। मलेशिया में प्रधानमंत्री मुहिद्दीन यासिन ने अचानक से एक और राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की घोषणा कर दी जो बुधवार से शुरू होकर सात जून तक चलेगा। अंतरराज्यीय यात्रा और सभी सामाजिक गतिविधियों पर भी रोक है। मलेशिया में बुधवार को 4765 नए मामले आए थे जिसके बाद कुल मामले 453,222 हो गए हैं। मिस्र में ईद की नमाज़ खुले में जमात के साथ (सामूहिक रूप से) अदा की गई, क्योंकि सरकार ने लोगों के जमा होने पर नई पाबंदियां लगाई हैं। 

ऐतिहासिक काहिरा मस्जिद के आंगन में सैकड़ों लोगों ने कंधे से कंधा मिलाकर नमाज अदा की और लगभग सभी नमाजयिजों ने मास्क लगा हुआ था। पिछले साल महामारी की वजह से जमात के साथ नमाज अदा करने पर रोक थी। तुर्की में मुस्लिम समुदाय ने मस्जिदों में जमात के साथ ईद की नमाज़ अदा की। तुर्की ने अप्रैल के अंत में फिर से कड़ा लॉकडाउन लगा दिया था जो 17 मई तक लागू रहेगा। हालांकि नियमों का पालन करते हुए मस्जिदों में नमाज अदा करने की इजाजत दी गई है। बोसनिया में मस्जिद में सीमित संख्या में लोगों को आने की इजाजत दी गई थी और साफ-सफाई के कड़े नियम लागू किए गए थे। बुजुर्गों को घर में ही रहने की सलाह दी गई है। रमजान में समुदाय के लोग रोजा (व्रत) रखते हैं। रमज़ान के महीने में रोजेदार सुबह सूरज निकलने से पहले से लेकर सूरज डूबने तक कुछ नहीं खाते पीते हैं। यह महीना ईद का चांद नजर आने के साथ खत्म होता है। 

Anil dev

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