पाकिस्तान का निकला दिवाला ! महंगाई ने तोड़े सभी रिकॉर्ड, श्रीलंका से भी बुरा हाल

Saturday, Jun 03, 2023 - 04:58 PM (IST)

इस्लामाबादः पाकिस्तान लंबे समय से  बड़े आर्थिक और राजनीतिक संकट से जूझ रहा है। हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि पाकिस्तान में मई महीने में महंगाई रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गई और आम लोगों की बदहाली काफी बढ़ गई है। महंगाई और आर्थिक बदहाली के मामले में पाकिस्तान ने श्रीलंका को भी पीछे छोड़ दिया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक पाकिस्तान में मई में वार्षिक मुद्रास्फीति दर बढ़कर रिकॉर्ड 37.97 फीसदी पर पहुंच गई।  फिलहाल पाकिस्तान विदेशी कर्ज के बोझ, स्थानीय मुद्रा के कमजोर होने और विदेशी मुद्रा भंडार के कम होने जैसे संकटों से घिरता जा रहा है।

 

मई 2023 में पाकिस्तान में महंगाई की दर 38 फीसदी पर पहुंच गई, जो एशिया में सबसे ज्यादा है। श्रीलंका में महंगाई दर घटकर फिलहाल 25.2 फीसदी पर आ गई है।इस गंभीर संकट के बाद भी पाकिस्तान  IMF की शर्तों को पूरा करने में अनिच्छा जाहिर कर रहा है। अगर IMF की फाइनेंस फंडिग का प्रोग्राम जून के अंत में खत्म हो जाता है, तो शाहबाज शरीफ सरकार के सामने पूरी तक डिफॉल्ट कर जाने का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ सकता है। पहले पिछली सदी में अमेरिका और अब चीन के समर्थन के कारण पाकिस्तान हमेशा अपनी औकात से ज्यादा उछल-कूद करता रहा है। पाकिस्तान लगातार हर मामले में भारत के साथ अपनी तुलना करने की कोशिश करता है।

 

 उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के तहत भारत में मुद्रास्फीति की दर 4.7 फीसदी है, जो अक्टूबर 2021 के बाद सबसे कम है, जबकि खाद्य मुद्रास्फीति सिर्फ 3.8 प्रतिशत है। मई में पाकिस्तान में खाद्य मुद्रास्फीति 48.7 प्रतिशत रही, जो अप्रैल में 48.1 प्रतिशत थी। पाकिस्तान में आर्थिक संकट के बीच पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ शरीफ सरकार का टकराव बढ़ता जा रहा है। IMF मिशन के प्रमुख नाथन पोर्टर ने इसके बारे में कहा कि उन्हें उम्मीद है कि पाकिस्तान में मौजूदा राजनीतिक संकट को संविधान और कानून के शासन के दायरे में सुलझा लिया जाएगा।इसके बाद IMF के साथ पाकिस्तान सरकार की बातचीत और भी बिगड़ हो गई है। इस बयान की पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने आलोचना की। उन्होंने पोर्टर के बयान को पाकिस्तान के राजनीतिक मामलों में दखल देने के बराबर बताया। 

Tanuja

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