सुनामी के बाद इंडोनेशिया में नई आपदा की चेतावनी, लोगों को दी गई सलाह

Wednesday, Dec 26, 2018 - 01:43 PM (IST)

जकार्ताः इंडोनेशियाई प्रशासन ने नई आपदा की चेतावनी देते हुए लोगों से उन इलाकों में तटों पर न जाने के लिए कहा है जहां सुनामी ने गत सप्ताहांत 429 से अधिक लोगों की जान ले ली। प्रशासन ने 2004 में एशिया में आए भूकंप और सुनामी की बरसी पर यह चेतावनी जारी की है। सुनामी से मची तबाही के बाद लोग धीरे-धीरे संभलने की कोशिश कर रहे थे कि नई चेतावनी से दहशत में आ गए हैं। 23 दिसम्बर को आई  सुनामी में 429 लोगों की मौत हो गई, 1485 लोग घायल और 154 अन्य लोग लापता हैं। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि घटनास्थल पर ज्वालामुखी अब भी सक्रिय है तथा और ऊंची एवं जानलेवा लहरें उठ सकती हैं। इस वजह से कई विस्थापित लोग अब भी घर जाने से डर रहे हैं। इस वजह से राहत कैंपों में ठसाठस लोग भरे हुए हैं, जिससे जन स्वास्थ्य का संकट पैदा होने का खतरा है। 


इंडोनेशिया की मौसम विज्ञान, भूभौतिकी और जलवायु विज्ञान एजेंसी की प्रमुख द्विकोरिता कर्णावती ने बताया कि सरकारी कर्मचारी अनाक क्राकाटोआ ज्वालामुखी विस्फोट और सुनामी की निगरानी कर रहे हैं तथा बुधवार को भारी बारिश का भी अनुमान है। उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘इन सभी परिस्थितियों के चलते भूस्खलन की आशंका है।’’ उन्होंने समुदायों से सतर्क रहने के लिए कहा और साथ ही लोगों से अपील की कि वे दहशत में ना आएं। अनाक क्राकाटोआ या ‘क्राकाटोआ का बच्चा’ ज्वालामुखी के फटने के बाद उठी ऊंची लहरों से शनिवार की रात को सुन्दा जलडमरू के नजदीक रहने वाले समुदाय प्रभावित हुए।

माना जा रहा है कि ज्वालामुखी के बाद भूस्खलन के कारण यह सुनामी आई। इं एजेंसी ने मंगलवार देर रात को लोगों से जलसंधि की तटरेखा से कम से कम 500 मीटर से लेकर एक किलोमीटर तक दूर रहने के लिए कहा है। एजेंसी की प्रमुख द्विकोरिता कर्णावती ने बताया कि सरकारी कर्मचारी अनाक क्राकाटोआ ज्वालामुखी विस्फोट और सुनामी की निगरानी कर रहे हैं तथा बुधवार को भारी बारिश का भी अनुमान है। उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘इन सभी परिस्थितियों के चलते भूस्खलन की आशंका है।’’ उन्होंने समुदायों से सतर्क रहने के लिए कहा और साथ ही लोगों से अपील की कि वे दहशत में ना आएं।

Tanuja

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