WTO के सब्सिडी प्रस्ताव पर भड़के भारतीय मछुआरे, जनेवा में किया विरोध प्रदर्शन

Tuesday, Jun 14, 2022 - 01:57 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: भारत के कई मछुआरे समुदाय के सदस्यों ने रविवार को वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गानाइजेशन (WTO) के मछली पालन सब्सिडी पर लगाम लगाने के प्रस्ताव का विरोध किया। उनका मानना है कि यह प्रस्ताव विकासशील देशों की मांगों के अनुकूल नहीं है। 12 जून को शुरू हुई 12वीं वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन मंत्रिस्तरीय बैठक के दौरान, भारत भर के मछुआरे जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र कार्यालय के बाहर इकट्ठे हुए और इस प्रस कटौती का विरोध किया।

 

पश्चिम बंगाल के बीमन जैन ने कहा कि अगर मछुआरों के लिए सब्सिडी बंद हो जाती है तो उनका जीवन और आजीविका बंद हो जाएगी।  यह मछुआरों के हित में नहीं, अगर सब्सिडी अनुशासन की जरूरत है तो यह औद्योगिक मछुआरों के लिए होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह ड्राफ्ट फूड सिक्योरिटी और छोटे मछुआरों की आजीविका के विपरीत है जबकि इस में वह प्रावधान शामिल हैं जो उन्नत देशों को लंबी दूरी की मछली पकड़ने के लिए अपने विशाल योगदान को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। 

 

 इसके साथ ही उन्होंने बताया कि कैसे यूरोप और चीन के विशाल मछली पकड़ने वाले दिग्गज समुद्री संसाधनों की कमी के लिए जिम्मेदार हैं।  भारतीय मछुआरे आबादी के हितों की रक्षा के लिए भारत के अलग अलग राज्यों के 34 मछुआरों का एक समूह जिसमें गुजरात (5), महाराष्ट्र (6), गोवा (1), कर्नाटक (2), केरल (6), तमिलनाडु (5), आंध्र प्रदेश (4) और पश्चिम बंगाल (5) शामिल हैं।  यह इस विरोध प्रदर्शन का प्रतिनिधित्व करते हुए जिनेवा पहुंचे हैं। 

Tanuja

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