भारत को दुनिया की मेहरबानी नहीं, बराबरी चाहिए: मोदी

Saturday, Nov 14, 2015 - 03:20 AM (IST)

लंदन: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि भारत दुनिया की मेहरबानी नहीं चाहता है बल्कि वह बराबरी चाहता है और पिछले 18 महीनों में यह शुभ संकेत सामने आने लगा है कि आज भारत से जो भी बात करता है वह बराबरी से बात करता है। प्रधानमंत्री ने वेम्बले स्टेडियम में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन और विशाल संख्या में भारतीय समुदाय के लोगों की उपस्थिति में कहा, ‘‘ दुनिया को भारत ने अपनी ताकत का एहसास करा दिया है। भारत दुनिया से महरबानी नहीं चाहता। 

भारत दुनिया से बराबरी चाहता है।’’ उन्होंने कहा कि पिछले 18 महीने के अपने अनुभवों से मैं कह सकता हूं कि आज जो भी भारत से बात करता है, बराबरी से बात करता है। उल्लेखनीय है कि 18 महीने पहले मोदी के नेतृत्व में भारत में राजग सरकार सत्ता में आई थी। मोदी ने कहा,‘‘आज दुनिया का हर देश भारत से जुडऩा चाहता है लेकिन अब वह ‘विन..विन’ के फामूर्ले के साथ जुडऩा चाहता है। आगे बढऩा चाहता है तो कदम से कदम मिलाकर बढऩा चाहता है। और मैं इसे आने भविष्य के शुभ संकेत के रूप में देख रहा हूं।’’  
 
उन्होंने कहा कि भारत ने जो गति और दिशा पकड़ी है, भारत और दुनिया के लोग बहुत जल्दी उसके फल को भी देखना शुरू कर देंगे। उन्होंने कहा कि 12 साल पहले वह गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में यहां आए थे और आज प्रधानमंत्री के रूप में नयी जिम्मेेदारी के साथ आए हैं। मोदी ने कहा कि देशवासियों ने जो नयी जिम्मेेदारी सौंपी है, उसे पूरा करने के लिए मैं भरपूर कोशिश कर रहा हूं और मैं देशवासियों को यह विश्वास दिलाता हूं कि जो सपने आपने देखें हैं, हर हिन्दुस्तानी ने देखें हैं, उसे पूरा करने का समथ्र्य भारत मेंं है।   
 
भारत में गरीबी के बारे में उन्होंने कहा,‘‘ पिछले 18 महीने के अपने अनुभवों से मैं कह सकता हूं कि भारत को अब गरीबी में रहने का कोई कारण नहीं है। हमने बिना कारण गरीबी को पाल रखा है। आदतन हमें गरीबी को पुचकारने में मजा आने लग गया है।’’ उन्होंने कहा कि लेकिन सवा सौ करोड़ आबादी वाले जिस देश में 80 करोड़ लोग 35 साल से कम उम्र के हों, यानी जो देश जवानी से लबालब भरा हो, वह देश अब पीछे नहीं रह सकता है, वह विकास की इस यात्रा में रूक नहीं सकता। 
 
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